भाजपा को उखाड़ फेंकने के लिए होगी संकल्प रैली, हुंकार भरने फिर आएंगे राहुल
जयपुर। साल 2014 चुनावों के बाद जब से भाजपा ने बहुमत हासिल कर सरकार बनाई है तब से ही लगभग देश की हर पार्टी भाजपा के खिलाफ खड़ी हो चुकीं है। सीधा सा मतलब है चोर चोर मौसेरे भाई वाला। सत्ता के लिये चाहे कुछ भी क्यों ना करना पड़े वो होकर रहेगा। इसका नमूना हमे उत्तर प्रदेश, बिहार, कर्नाटक और गुजरात के चुनावों में देखने को मिला। जहां सभी पार्टियां भाजपा के खिलाफ लड़ाई में एक साथ शरीक थीं। चाहे साल 2014 से पहले इन विरोधी पार्टियों के बीच भले कुछ सामान्य ना हो।
साल 2014 के चुनावी हार के बाद कांग्रेस की साख दाव पर लग चुकी है। कहीं ना कहीं लोगों के मन में यह प्रश्न उठना तो लाजमी ही है कि एक वक्त था जब कांग्रेस के आगे कोई टिकता नहीं पाता था। पर अब इसकी हालत ऐसी हो गई है तो आखिर वजह क्या है। इस लिये अपनी साख दोबारा वापस पाने के लिये कांग्रेस पार्टी तथा उसके अधिकारियों को हालिया होने वाले चुनावों पर काफी मशक्कत तथा सोच विचार करना पड़ रहा है।
राजस्थान में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे भाजपा और कांग्रेस के बीच राजनीति भी तेज होती जा रही है। इस महीने की शुरुआत में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने 'राजस्थान गौरव यात्रा' की शुरुआत की। इधर, कांग्रेस ने भी तय कर लिया है कि राजे की यात्रा का जवाब संकल्प रैली से दिया जाएगा। रैली की कमान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट और राष्ट्रीय महासचिव व दो बार मुख्यमंत्री रहे अशोक गहलोत सम्भालेंगे।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट के अनुसार कांग्रेस का एक अब ही संकल्प है कि भाजपा को उखाड़ फेंको। उन्होंने बताया कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के विदेश दौरे से लौटने के बाद अगले महीने राजस्थान में उनका फिर दौरा होगा। राहुल गांधी ने 11 अगस्त को जयपुर में रोड शो और रैली को सम्बोधित किया था। इस रैली से कांग्रेस में उत्साह का माहौल है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं में इसी उत्साह को बरकरार रखने के लिए कांग्रेस हर सम्भाग में संकल्प रैली करेगी।
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि संकल्प रैली के तहत हर सम्भाग में एक जिला चुना जाएगा, जहां ये रैली निकाली जाएगी। कार्यक्रम के अनुसार संकल्प रैली 24 अगस्त को उदयपुर संभाग के चित्तौड़गढ़ में, 28 अगस्त को बीकानेर के चूरू में, 5 सितम्बर को जोधपुर संभाग के बाड़मेर में आयोजित होगी। वहीं, 10 सितबर को भरतपुर संभाग के करौली में, 12 सितबर को अजमेर संभाग के नागौर में संकल्प रैलियों का आयोजन किया जाएगा। जयपुर में सबसे अंत में संकल्प रैली का आयोजन होगा।
पायलट के अनुसार रैली में जनता को भाजपा के भ्रष्टाचार और समाज को तोड़ने की राजनीति के बारे में बताया जाएगा। कांग्रेस इस रैली के जरिए सरकार की कमियों को जनता के बीच रखेगी और अगले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मौका देने की आह्वान करेगी। संकल्प रैली में जनता को वसुंधरा राजे की राजस्थान गौरव यात्रा की सच्चाई के बारे में भी बताया जाएगा। गौरव यात्रा में जनता के पैसे का और सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग हो रहा है। पायलट ने आरोप लगाया कि प्रदेश की भाजपा सरकार को चुनाव में जनता की याद आई है, इससे पहले वे जनता की अनदेखी करती रही। अब खो चुके जनाधार को पाने के लिए वसुंधरा राजे राजस्थान गौरव यात्रा निकाल रही है। कांग्रेस ने लगातार ये आरोप लगाया है कि इस यात्रा में सरकारी धन व मशीनरी का दुरुपयोग हो रहा है। पायलट ने कहा कि रैली में भाजपा सरकार के पिछले वादों को याद दिलाया जाएगा और बताया जाएगा कि भाजपा ने वादे किस तरह तोड़े हैं। घोषणाएं कर जनता से वोट लिए, लेकिन घोषणाएं पूरी ही नहीं हुई है।
राजस्थान चुनाव होने वाले है नकल के चुनाव
इस बार के चुनावों का अगर सार निकाले तो इससे यह साफ हो जाता है कि कांग्रेस भाजपा के नक्शे कदम पर चल चुकी है। क्योंकि अगले चुनाव कॉपी पेस्ट के चुनाव होने वाले हैं। जिस प्रकार साल 2014 से अब तक भाजपा खुद की साख को बढ़ाने के लिये तथा चुनाव जीतने के लिये सामने वाली पार्टियों की कमियों का बखान कर खुद के कद को ऊंचा दिखाया करती थी। ठीक उसी प्रकार अब कांग्रेस भी भाजपा की कमियों का बखान कर खुद के कद को ऊंचा उठाने में लग चुकी है। अगले चुनाव किसी विकास को लेकर शायद ना हो क्योंकि अगले चुनावो तो अब विरोध की राजनीति दर्शाने वाले हैं। क्योंकि हर पार्टी अपने सामने वाली पार्टी की कब्र खोदने में जुट चुकी है।