शादी के ढाई साल बाद भारत आई पाकिस्तानी दुल्हन, जानिए इतने दिन क्यों अटकी रही विदाई?
शादी के ढाई साल बाद हिंदुस्तानी दूल्हे के घर आई पाकिस्तानी दुल्हन, जानिए इतने दिन क्यों अटकी रही विदाई?शादी के
बाड़मेर, 11 सितम्बर। राजस्थान के बाड़मेर में शादी के ढाई साल बाद दुल्हन ससुराल पहुंची है। वो भी पाकिस्तान से। हिंदुस्तानी दूल्हे के घर आने के लिए इस पाकिस्तानी दुल्हन की विदाई अटकी हुई थी। इसकी वजह पुलवामा हमला और बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद भारत-पाकिस्तान के रिश्तों में आई तल्खी थी।
गांव बईया से पाकिस्तान गई थी बारात
दरअसल, हुआ ये कि राजस्थान के सरहदी जिले बाड़मेर जिले के गांव गिराब के महेंद्र सिंह क व जैसलमेर के गांव बईया से जनवरी 2019 में दो सगे भाई विक्रम सिंह व नेपाल सिंह की बारात पाकिस्तान के सिंध प्रांत के अमरकोट के गांव सिणोई में सोडा राजपूत परिवार में गई थी। दूल्हा व बाराती भारत-पाकिस्तान के बीच चलने वाली थार एक्सप्रेस ट्रेन में सवार होकर पाकिस्तान पहुंचे थे।
शादी के बाद बाराती लौट आए
वन इंडिया हिंदी से बातचीत में विक्रम सिंह ने बताया कि पाकिस्तान में शादी सम्पन्न होने के बाद बाराती तीन चार दिन बाद भारत लौट आए थे। तीनों दूल्हे ससुराल में ही रह गए ताकि दुल्हनों का वीजा बनवाकर उन्हें अपन साथ भारत ला सकें। इस बीच 14 फरवरी 2019 को पुलवामा अटैक हो गया। फिर बालाकोट पर एयरस्ट्राइक हो गई।
अगस्त 2019 में बंद हो गई थार एक्सप्रेस
ऐसे में भारत पाकिस्तान के बीच रिश्तों में तल्खी आ गई। रही-सही कसर थार एक्सप्रेस, बस और हवाई सेवा बंद किए जाने के फैसले ने पूरी कर दी। जोधपुर के भगत की कोठी रेलवे स्टेशन से रवाना होकर बाड़मेर होते हुए पाकिस्तान के मुनाबाओ रेलवे स्टेशन तक जाती थी, जो अगस्त 2019 में बंद हो गई।
नेपाल सिंह की पत्नी कैलाश कंवर ने बेटे को जन्म
विक्रम के अनुसार शादी के बाद वीजा मिलने में देरी होने से भारत के तीनों युवक महेंद्र, विक्रम व नेपाल सिंह की दुल्हन पाकिस्तान में ही अटक गई। उनकी अपने ससुराल हिंदुस्तान के लिए विदाई नहीं हो सकी। इस बीच नेपाल सिंह की पत्नी कैलाश कंवर ने बेटे को भी जन्म दिया।
मार्च में आ गई थी नेपाल-महेंद्र की दुल्हन
विक्रम कहते हैं कि साल 2020 में कोरोना महामारी आ गई। इसकी वजह से भी पाकिस्तान से दुल्हनों के आने में देरी हुई। फिर बाड़मेर जैसलमेर सांसद कैलाश चौधरी के प्रयासों से मार्च 2021 में शादी के लिए दो साल बाद नेपाल सिंह की दुल्हन व बेटा और महेंद्र की दुल्हन भारत आ गए, लेकिन दस्तावेज ब्लेक लिस्टेट होने के कारण विक्रम की दुल्हन निर्मला कंवर नहीं आ सके।
अटारी बॉर्डर के रास्ते आई निर्मला कंवर
विक्रम के उसके परिवार ने निर्मला कंवर के लिए हर संभव प्रयास किए। सांसद कैलाश चौधरी के पीए पंकज कड़वासरा ने भी इनकी मदद की। अब शुक्रवार को अटारी बॉर्डर के रास्ते के विक्रम सिंह की दुल्हन निर्मला कंवर पहली बार अपने ससुराल जैसलमेर जिले के गांव बईया पहुंची।