देवाराम जाखड़ ने करवाई वाल्मीकि समाज की अनाथ बेटी पुष्पा की शादी, मामा बनकर आए सरपंच ने भरा मायरा
राजस्थान के नागौर जिल के गांव चाऊ की जाखड़ों की ढाणी में सामाजिक सद्भाव की मिसाल देखने को मिली है। यहां पर माता -पिता की मौत के बाद अनाथ हुई वाल्मीकि परिवार की बेटी पुष्पा शादी जाट परिवार ने करवाई है। गांव चाऊ के किसान देवाराम जाखड़ उर्फ देवजी के घर से पुष्पा की डोली उठी तो ऐसा लगा कि जैसे वो उनकी सगी बेटी हो।
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नागौर जिले के करीब 20 गांवों के लोग जुटे
पुष्पा की शादी में खास बात यह रही कि गांव चाऊ ही नहीं बल्कि नागौर जिले के करीब 20 गांवों के लोग जुटे। हर किसी ने शादी में विभिन्न व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी उठाई। बारातियों के स्वागत से लेकर कन्यादान और विदाई तक की रस्में देवाराम जाखड़ व उनकी पत्नी संतोष देवी ने पुष्पा के माता पिता बनकर बखूबी निभाई।

पुष्पा की शादी में सरपंच सुरेश चारण ने मामा की भूमिका निभाई
पुष्पा की शादी में सरपंच सुरेश चारण ने मामा की भूमिका निभाई और 61 सौ रुपए का मायरा भरा। इसके अलावा खुद देवाराम जाखड़ के परिवार ने अपनी बेटी मानकर पुष्पा को डेढ़ तौला सोने-चांदी के आभूषण दिए हैं। लोगों के सहयोग से उसके नाम पर 51 हजार रुपए की एफडी भी करवाई है। देवाराम ने पुष्पा की शादी में बारातियों समेत 500 लोगों को भोजन करवाया।

देवाराम जाखड़ के घर पर पुष्पा की धूमधाम से शादी करवाई गई
उल्लेखनीय है कि चार साल पहले पुष्पा की मां अन्न देवी और तीन माह पहले पिता ओमप्रकाश वाल्मीकि की मौत हो गई। पुष्पा व उसका भाई अशोक बचा। अनाथ हुए बहन की शादी का जिम्मा देवाराम जाखड़ व अन्य ग्रामीणों ने उठाया और मंगलवार को देवाराम जाखड़ के घर पर पुष्पा की धूमधाम से शादी करवाई गई। किसी ने पुष्पा को बहन तो किसी ने बेटी माना।

दूल्हे श्रीराम के साथ 80 बाराती आए
बता दें कि पुष्पा की शादी नागौर जिले के डीडवाना के उदरासर के श्रीराम के साथ हुई। दूल्हे श्रीराम के साथ 80 बाराती आए थे। शादी में देवाराम जाखड़ के परिवार के अलावा विश्व हिंदू परिषद, जिला अध्यक्ष रामेश्वर सारस्वत, उपाध्यक्ष राधेश्याम टोगसिया, जिला मंत्री मेघराज राव, प्रातीय सत्संग प्रमुख पुखराज सांखला, परिषद प्रखंड अध्यक्ष बालमुकुंद ओझा आदि ने भी पुष्पा को उपहार भेंट किए।