राजस्थान : दिनेश की दुल्हन बनीं सीता और गीता, जानिए दोनों ने एक ही शख्स से क्यों रचाई शादी?
बांसवाड़ा, 26 अप्रैल। एक ही मंडप, शादी का कार्ड भी एक ही और दूल्हा भी एक, मगर दुल्हन दो। यह कहानी कोई फिल्मी नहीं बल्कि हकीकत है। राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में ऐसा हुआ है। यहां पर सीता और गीता नाम की दो युवतियां ने एक ही दूल्हे संग सात फेरे लिए हैं। दोनों द्वारा एक ही शख्स से शादी रचाने की यह पूरी कहानी बेहद रोचक है।
जानकारी के अनुसार बांसवाड़ा जिले के गांव आनंदपुरी में शनिवार रात को कड़दा गांव के दिनेश पुत्र कमजी पटेल ने गांव बरजडिया निवासी सीता और आंबा निवासी गीता से एक साथ शादी की। इस शादी में पूरा गांव शामिल हुआ। सोशल मीडिया पर शादी से जुड़े वीडियो वायरल भी हुए हैं।
इस अनूठी शादी के लिए बाकायदा कार्ड छपवाया गया, जिसमें दोनों दुल्हनों के नाम लिखे हैं। विवाह को लेकर परिवार में उत्साह का माहौल था। दूल्हे के सेहरे और दुल्हनों के सिर पर ओढ़ाई चुनरी पर लाइटिंग की गई थी। एक युवक द्वारा दो युवतियों से एक साथ शादी करने का प्रदेश का यह संभवतया पहला मामला है।
जानकारी के अनुसार दिनेश पटेल बांसवाड़ा के आदिवासी समाज से है। गुजरात में ठेकेदारी का काम करता है। आदिवासी अंचल के ग्रामीण क्षेत्र में एक से ज्यादा पत्नी रखने की परंपरा है। इसके लिए महिला को पत्नी बनाकर नातरे भी लाया जाता है। सालों से चली आ रही इस परंपरा के कारण इसे समाज में गलत नहीं माना जाता है।
पूर्व सरपंच व वर्तमान में सरपंच पति बापूलाल कटारा ने बताया कि नातरा प्रथा आदिवासी समाज का हिस्सा है। दिनेश ने भी इसी प्रथा के तहत दोनों युवतियों को पत्नी का दर्जा दे रखा था। शनिवार रात को उसने विवाह के माध्यम से रिश्तों को मुहर लगा दी है। दक्षिण राजस्थान के बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़ और उदयपुर के साथ चित्तौड़गढ़ जिले के अधिकांश हिस्सों में नातरा प्रथा का चलन है।