बिहार में नकली शराब बेचकर मुनाफे में नहा रहे शराब माफिया
पढ़ें- लालू के पास नहीं बचा अब कोई 'चारा'
जीएम ने बताया कि बाजार में कंपनी की बोतले अचानक कम पड़ गई। जिसके बाद कारणों का पता लगाया गया। पता चला कि दूसरे प्रदेशों के शराब माफियाओं द्वारा एमसीसीआई की लेबल लगी बोतलें मंगाकर उसमें नकली शराब भरकर फिर बिहार में भेज दिया जाता है।
जीएम ने बताया कि इससे सरकार को लाखों के राजस्व कि चूना लग रहा है। उन्होंने बताया कि बिहार सरकार को प्रति बीयर के बोतल पर 58 रुपए 80 पैसे टैक्स प्राप्त होती है। सोमवार को 22 हजार बोतलें बरामद की गई। बरामद बोतलें उक्त दुकानदार द्वारा फरीदाबाद भेजी जा रही थीं। जीएम के अनुसार इससे बड़े रैकेट का खुलासा हुआ है।
हालांकि मामले में शामिल असली गुनाहगार अभी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़े हैं। जांच-पड़ताल में अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस तरह के कई गिरोह राज्य के कोने-कोने में सक्रिय हैं जो इंसानियत का गला घोंटकर मुनाफे की मीनारें खड़ी कर रहे हैं।