बिहार में शराबबंदी को मुंह चिढ़ाती तस्वीर, तस्करों का अड्डा बना ये हॉल्ट
रेलवे का मनिया हॉल्ट शराब तस्करों के लिए अड्डा बनता जा रहा है। कटिहार जंक्शन से महज 6 किलोमीटर की दूरी पर रोज़ाना बंगाल से आने वाली ट्रेनों से शराब के बड़ी खेप की ढुलाई होती है।
पटना, 30 मार्च 2022। कटिहार रेलवे का मनिया हॉल्ट शराब तस्करों के लिए अड्डा बनता जा रहा है। कटिहार जंक्शन से महज 6 किलोमीटर की दूरी पर रोज़ाना बंगाल से आने वाली ट्रेनों से शराब के बड़ी खेप की ढुलाई होती है। ज़्यादातर ट्रेनों की रफ़्तार को धीमा कर चलती ट्रेनों से ही शराब की खेप को उतार लिया जाता है। कभी- कभी मनिया स्टेशन से कुछ आगे और कुछ पीछे बंगाल से आने वाली ट्रेनों को रोक शराब की खेप उतरवाई जाती है। शराब तस्कर कुछ रुपये देकर स्थानीय बेरोज़गार युवकों से शराब की ढुलाई करवाते हैं। शराब तस्करों का रैकेट काफ़ी मज़बूत है।
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खाकी और खादी पर लगे गंभीर आरोप
स्थानीय लोगों का आरोप है कि अपराध जगत के साथ खाकी और खादी के संरक्षण की वजह से शराबबंदी के बावजूद बिहार में तस्करी की जा रही है। शराब माफिया और भी ज़्यादा दबंग बन गया है। कई बार इस रैकेट का विरोध किया गया लेकिन प्रशासन की नाकामी की वजह से अंकुश नहीं लग पाया है। बंगाल से सटे बिहार के बॉर्डर क्रॉस करने वाली ट्रेनों से शराब की तस्करी लगातार की जा रही है। शराब माफियाओं के हौसले इतने बुलंद हैं कि वह प्रशासन के नाक के नीचे से तस्करी को बेखौफ़ अंजाम दे रहे हैं।
बिहार में आए दिन हो रही ज़हरीली शराब से मौत
शराब तस्करी के मुद्दे पर स्थानीय लोगों का कहना है कि बिहार में आए दिन ज़हरीली शराब से मौत का मुद्दा सुर्खियों में बना रहता है। एक तरफ़ तो बिहार सरकार शराबबंदी का दावा करती आ रही है। वहीं दूसरी तरफ़ खुलेआम शराब की तस्करी की जा रही है। बिहार के कई जिलों में ज़हरीली शराब से संदेहास्पद मौत की खबर सामने आ चुकी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि शराब तस्करी का गढ़ कहे जाने वाले मनिया स्टेशन और बंगाल से आने वाले ट्रेनों में विशेष निगरानी होनी चाहिए, ताकि इस कॉरिडोर से शराब तस्करी पर लगाम लगाई जा सके सके।
'तस्करी पर लगाम लगाने के लिए उठाएंगे ठोस क़दम'
बंगाल से सटे बिहार बॉर्डर पर ट्रेनों के ज़रिए की जा रही तस्करी को देखते हुए कटिहार जिला के उत्पाद विभाग के अधिकारी भी दंग हैं। जब उनके संज्ञान में मामला गया तो उन्होंने मामले की जानकारी नहीं होने की बात कही। लेकिन तस्करी करते हुए तस्वीरें और वीडियोज़ देखने के बाद उन्होंने जल्द से जल्द ठोस कार्रवाई करने की बात कही। केशाव झा ( उत्पाद अधीक्षक) ने कहा कि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए रेलवे प्रशासन से बातचीत कर विशेष रणनीति तैयार की जाएगी।
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