लालू ने कसा पीएम मोदी पर तंज, गरीबों के पेट की सारी आंतें ही निकाल दी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले पर विपक्षी दल उनके घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं।
पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले पर विपक्षी दल उनके घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। एक बार फिर लालू यादव ने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि आम आदमी के कतारों में खड़े रहने के नजारे लेना बंद करो। काले धन वाले तो इर्द-गिर्द है। उन मित्रों पर कार्रवाई तो दूर, नाम भी नही ले सकते।
लालू ने ट्वीटर पर लिखा कि 125 करोड़ देशवासियों का स्वघोषित ठेकेदार व सेवक बनना अलग है और उनके दुःख-दर्द को समझना अलग। सफेद धन वालों को सजा किस नाम की दे रहे हो? पूंजीपति मित्रो को बख्श दिया। इलाज़ करना था सरदर्द का। इन्होंने गरीबों के पेट की सारी आंतें ही निकाल दी। इसलिए कहते हैं नीम हकीम खतरे जान।
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लालू ने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि जो सरेआम कहता हो कि मेरी रगों में व्यापारी का खून दौड़ता है वो किसानों की व्यथा क्या समझेगा?
सोमवार को भी पूर्व रेल मंत्री और राजद प्रमुख लालू यादव ने पीएम के नोट बैन के फैसले पर घेरा था। लालू ने सोशल मीडिया साइट ट्वीटर पर लिखा था कि इन हालातों में जनता को भाषण नहीं राशन चाहिए। ऊपर-नीचे, बांए-दांए और ईधर-उधर मत झांकिए, ये बताओ 15 लाख कब आएंगे?
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उन्होंने कहा कि नौटंकी बंद करो। किसान मर रहा है, रबी की बुआई कैसे करेगा। बीज व खाद किससे खरीदेगा? तुम्हारे पूंजीपति मित्र किसानों को बीज खरीदवाने आएंगे क्या? इसके बाद लालू ने लिखा कि किसानों की खरीब पैदावार पड़ी है। कोई खरीदने वाला नही है। रबी की बुआई का पैसा नही है। एसी कमरों में नीति बनाने वालों को किसानी का "क" भी नही पता। गांवों में बैंक नहीं, है तो उनमें पैसे नहीं। किसानों को किन पापों की सजा और पूंजीपति मित्रों को किन कर्मों का पुण्य दे रहे हो? बताओ.. आपको बताते चलें कि 8 नवंबर, 2016 को पीएम मोदी के 500-1000 के पुराने नोट बंद करने का ऐलान किया था। इसके बाद से विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को संसद में उठाने का फैसला कर लिया है।
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राज्यसभा और लोकसभा में कार्यस्थगित कर नोट बैन पर चर्चा का प्रस्ताव पहले ही कांग्रेस दे चुकी है। साथ ही आज एक तरफ संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले सभी सर्वदलीय बैठक होनी हैं। वहीं विपक्षी दल भी भी मोदी सरकार को घेरने के लिए एक साथ मिलकर हमला बोलने की तैयारी कर रहे हैं।