पाकिस्तान ने अब्दुल गफूर हैदरी का वीजा कैंसिल होने पर अमेरिका को दी धमकी
पाकिस्तान सीनेट के उप-सभापति को अमेरिकी वीजा न मिलने से नाराज पाकिस्तान। पाकिस्तान ने दी अमेरिका के बॉयकॉट की धमकी और राजदूत का स्वागत न करने का फैसला किया।
इस्लामाबाद। अमेरिका ने पाकिस्तान की सीनेट के उप-सभापति अब्दुल गफूर हैदरी को वीजा देने से इंकार कर दिया है। अमेरिका के इस फैसले के बाद से पाकिस्तान में खासी नाराजगी है और पाकिस्तान ने अमेरिका का बॉयकॉट करने की धमकी दी है।
अमेरिका विरोधी गतिविधियों के लिए मशहूर हैदरी
जिन
हैदरी
को
अमेरिका
ने
वीजा
देने
से
इंकार
किया
है
वह
पाक
की
राजनीतिक
पार्टी
जमायत
उलेमा
इस्लाम
के
जनरल
सेक्रटरी
हैं।
जो
खबरें
आई
हैं
उनके
मुताबिक
अमेरिका
ने
उनका
वीजा
तो
कैंसिल
किया
ही
है
साथ
में
वीजा
को
पेंडिंग
भी
रख
दिया
है।
हैदरी
का
वीजा
अमेरिकी
राष्ट्रपति
डोनाल्ड
ट्रंप
के
एग्जिक्यूटिव
ऑर्डर
के
आने
के
बाद
कैंसिल
हुआ
है।
हालांकि
अमेरिकी
कोर्ट्स
ने
ट्रंप
के
ऑर्डर
पर
रोक
लगा
दी
है।
अमेरिकी
राष्ट्रपति
डोनाल्ड
ट्रंप
ने
कहा
था
कि
अमेरिका
में
दूसरे
देशों
से
आने
वाले
मुसलमान
आतंकवाद
की
बड़ी
वजह
हैं।
इसके
साथ
ही
उन्होंने
सात
मुसलमान
देशों
को
बैन
कर
दिया
था।
हैदरी
को
13
और
14
फरवरी
को
यूनाइटेड
नेशंस
की
तरफ
से
आयोजित
होने
वाले
इंटरनेशनल
पार्लियामेंट
यूनियन
(आईपीयू)
की
मीटिंग
के
लिए
न्यूयॉर्क
जाना
था।
अब
जबकि
अमेरिकी
दूतावास
ने
उनका
वीजा
कैंसिल
कर
दिया
है
तो
उनके
इस
कार्यक्रम
में
जाने
की
संभावनाएं
भी
खत्म
हो
गई
हैं।
हैदरी
को
उनकी
अमेरिका
विरोधी
गतिविधियों
के
लिए
जाना
जाता
है।
हालांकि
अमेरिका
ने
वीजा
कैंसिल
होने
के
पीछे
तकनीकी
वजहों
का
हवाला
दिया
है।
बढ़ती जा रही हैं पाक की मुश्किलें
पाकिस्तान ने अमेरिका के इस फैसले के बाद फैसला किया है कि पाक सीनेट अमेरिकी कांग्रेस और अमेरिकी राजदूत का स्वागत नहीं करेगी। पाक सचिवालय की ओर से जानकारी दी गई है कि पाक सीनेट के चेयरमैन रजा रब्बानी की ओर से ये निर्देश जारी किए गए हैं। हैदरी, पाकिस्तान मुस्लिम लीग- नवाज के सीनेटर लेफ्टिनेंट जनरल सलाहुद्दीन तिरमिजी के साथ रविवार को अमेरिका के लिए रवाना होने वाले थे। तिरमिजी को वीजा दे मिल गया लेकिन हैदरी की एप्लीकेशन को होल्ड में रख दिया गया। पकिस्तान इस समय अमेरिका की ओर से कड़ी जांच के दायरे में आ गया है। आतंकवाद के खिलाफ कोई एक्शन न लेने की वजह से पाक की मुश्किलें बढ़ती जा रही है।