पुलवामा हमला: भारत के डॉजियर पर पाकिस्तान का झूठ, कहा 22 जगहों पर नहीं हैं ट्रेनिंग कैंप्स
इस्लामाबाद। पुलवामा आतंकी हमले में सुबूत देने के बाद कार्रवाई करने की बात कहने वाले पाकिस्तान ने एक बार फिर से अपना रंग दिखा दिया है। पाक ने कहा है कि भारत ने पुलवामा हमले के बाद जो डॉजियर उसे दिया था उसके आधार पर 54 लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है। लेकिन किसी का भी इस हमले से कोई संबंध है, यह बात साबित नहीं हो सकी है। इसके अलावा पाकिस्तान टेरर कैंप्स की बात से भी मुकर गया है। 14 फरवरी को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। इस हमले के बाद भारत और पाक के बीच संबंध बहुत तनावपूर्ण हो गए हैं। हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी।
यह भी पढ़ें-मसूद अजहर को ब्लैकलिस्ट करने के लिए US ने बढ़ाया दबाव
भारत ने कही 22 जगहों पर ट्रेनिंग कैंप्स की बात
पाकिस्तान के विदेश विभाग की ओर से एक बयान जारी किया गया है। बयान में कहा गया है कि एजेंसियों ने उन 22 जगहों की पड़ताल की लेकिन इन जगहों पर कोई ट्रेनिंग कैंप्स नहीं मिले जैसा कि भारत ने कहा था। विदेश विभाग ने कहा है कि पाकिस्तान अनुरोध के बाद इन जगहों पर जाने की अनुमति देने का इच्छुक है। भारत की ओर से पाकिस्तान को पुलवामा हमले का जो डॉजियर दिया गया है उसमें इस बात के कई सुबूत हैं कि हमले में जैश का हाथ था।
इमरान ने कहा था सुबूतों पर होगी कार्रवाई
पुलवामा आतंकी हमले को 22 वर्ष के युवक आदिल अहमद डार ने अंजाम दिया था। डॉजियर में जैश के सरगना मसूद अजहर के बारे में भी कई जानकारियों को साझा किया गया था। इस डॉजियर को भारत ने तब सौंपा था जब पाक पीएम इमरान खान ने कहा था कि अगर भारत की ओर से सुबूत दिए जाएं तो फिर आतंकियों पर जरूर कार्रवाई की जाएगी।
90 लोगों से पूछताछ का दावा
पाकिस्तान के विदेश विभाग की मानें तो आदिल अहमद डार के कन्फेशन वीडियो समेत भारत की ओर से जो जानकारियां दी गई हैं, काफी गहनता से उनका निरीक्षण किया गया है। पाक की मानें तो वीडियो शेयर करने के लिए जिन व्हाट्सएप से लेकर टेलीग्राम नंबरों का प्रयोग किया गया, उनकी भी पड़ताड़ की गई है। इसके अलावा 90 संदिग्धों की लिस्ट बनाकर उनसे पूछताछ की गई ओर 22 जगहों का भी निरीक्षण किया गया, जहां भारत ने ट्रेनिंग कैंप्स होने का दावा किया था।
वही पुराना रवैया
विदेश विभाग की तरफ से कहा गया है कि उसने सर्विस प्रोवाइडर्स से डाटा देने का अनुरोध किया है। इसके अलावा अमेरिका से भी अनुरोध किया गया है कि वह व्हाट्स एप का डाटा देने की रिक्वेस्ट की गई है। पाक ने भारत से हमले में और ज्यादा सुबूत देने को कहा है। पाक ने इस तरह का अनुरोध साल 2008 में मुंबई हमलों और फिर साल 2016 में पठानकोट में हुए आतंकी हमले के बाद भी किया गया था।