पाकिस्तान: पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को हुई खतरनाक बीमारी, लगातार हो रही प्लेटलेट्स में गिरावट
लाहौर। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की हालत बेहद गंभीर है। शरीफ इस समय गंभीर इम्यून डिसऑर्डर से ग्रसित हैं और उनका प्लेटलेट्स भी खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। नवाज को शुक्रवार को लाहौर हाई कोर्ट से जमानत दी गई है। 69 साल के नवाज का इलाज लाहौर के सरकारी अस्पताल में चल रहा है और उनकी पार्टी के नेताओं का कहना है कि पूर्व पीएम को जरूरी मेडिकल सुविधाएं नहीं दी जा रही है। पाकिस्तान मुस्लिम लीग, नवाज (पीएमएल-एन) सुप्रीमो सोमवार देर रात से ही अस्पताल में भर्ती हैं। नेशनल अकाउंटबिलिटी ब्यूरो (एनएबी) ऑफिस से उन्हें अचानक लाहौर सर्विसेज हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था।
किस खतरनाक बीमारी से पीड़ित नवाज
नवाज जिस बीमारी से पीड़ित हैं उसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली यानी इम्यून सिस्टम स्वस्थ कोशिकाओं पर हमला करती है। इस बीमारी के चलते उनका प्लेटेलेट काउंट खतरनाक स्तर तक गिर गया। शरीफ के डॉक्टरों की तरफ से उनके स्वास्थ्य को लेकर कोई बयान जारी नहीं किया गया है। मगर सरकार की तरफ से बनाई गई एक मेडिकल टीम ने पाकिस्तान के अखबार डॉन के साथ बातचीत में उनकी बीमारी की पुष्टि की है। एक डॉक्टर की ओर से डॉन को बताया गया, 'नवाज को थर्मोबोक्प्टिोपेनिक पुरपुरा बीमारी है और यह एक ब्लीडिंग डिसऑर्डर है जिसमें इम्यून सिस्टम प्लेटलेट्स को पूरी तरह से नष्ट कर देता है।' इस डॉक्टर ने अपना नाम नहीं बताया और कहा कि उम्मीद है कि उनकी हालत अगले कुछ दिनों में बेहतर हो सकेगी।
लगातार बह रहा है खून
सोमवार रात नवाज को उस समय अस्पताल ले जाया गया था जब उन्होंने अपने मसूड़ों और दूसरे अंगों से खून बहने की शिकायत की थी। प्लेटलेट्स, वह रक्त कोशिकाएं होती हैं जो इंसान के शरीर में क्लॉट यानी थक्के का निर्माण कर के खून को बहने से रोकती हैं। पार्टी के सीनियर लीडर तलाल चौधरी ने कहा है कि नवाज को बेहतर इलाज की जरूरत है। गुरुवार को भी शरीफ का प्लेटेलेट काउंट गिरकर 20,000 से 6,000 पर पहुंच गया।पाकिस्तान के मशहूर डॉक्टर ताहिर सुल्तान शम्सी ने बताया है कि शरीफ को हड्डी का कैंसर नहीं है बल्कि आईटीपी है जिसका इलाज पाकिस्तान में उपलब्ध है। बीमारी का पता चलने पर राहत जताते हुए डॉक्टर ने कहा कि उचित इलाज से इस बीमारी का उपचार किया जा सकता है।
इलाज के लिए विदेश जा सकते हैं नवाज
पीएमएल-एन एक और सीनियर लीडर ख्वाजा मुहम्मद आसिफ ने जमानत मिलने पर विदेश जाकर इलाज कराना नवाज शरीफ का फैसला होगा।शुक्रवार को नवाज को लाहौर हाई कोर्ट की तरफ से चौधरी शुगर मिल केस में जमानत मिली है। हाई कोर्ट ने शुक्रवार को स्वास्थ्य कारणों की वजह से नवाज को जमानत मिली है। तीन बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रहे 69 साल के नवाज को कोर्ट ने पिछले वर्ष सात वर्ष की सजा सुनाई थी। नवाज हमेशा खुद पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों से इनकार करते आए हैं। उनका कहना है कि उन पर राजनीतिक मंशा के चलते कार्रवाई की जा रही है। उनकी पार्टी की तरफ से लगातार उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंता जताई जा रही थी।
इमरान पर लगा जहर देने का आरोप
नवाज के बेटे का कहना है कि उन्हें जेल में जहर दिया गया है। उनके वकील आजम नजीर तरार ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को जानकारी दी कि उनके स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए जमानत की अर्जी दायर की गई थी। उनका स्वास्थ्य लगातार गिरता जा रहा था और उन्हें बेहतर इलाज की जरूरत है। नवाज को लाहौर सर्विसेजह हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। उनकी हालत लगातार बिगड़ती जा रही थी और कोई सुधार नहीं हो रहा था।