ICJ में करारी हार के बाद पाकिस्तान अब नई लीगल टीम के साथ लड़ेगी कुलभूषण जाधव का केस
इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (आईसीजे) में करारी हार के बाद अब पाकिस्तान की लीगल टीम पर उठा सवाल। नए वकीलों की टीम के साथ अब आईसीजे में पाकिस्तान ने जाधव केस को लड़ने का फैसला किया है।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान अब इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (आईसीजे) में नई लीगल टीम के साथ कुलभूषण जाधप का केस लड़ेगी। गुरुवार को पाकिस्तान को इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (आईसीजे) से तगड़ा झटका लगा जब कोर्ट ने कुलभूषण जाधव की फांसी पर रोक लगा दी। इस फैसले के बाद पाकिस्तान में विपक्ष ने इस केस की पैरवी कर रही लीगल टीम को आड़े हाथों लिया है।
हार का दोष पाक ने टीम पर मढ़ा
विपक्ष का कहना है कि लीगल टीम आईसीजे में ठीक तरीके से पेश नहीं किया गया है। पाक में विपक्ष का कहना है कि अब नई टीम इस केस को लड़ेगी। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज के हवाले से पाकिस्तानी मीडिया ने लिखा है कि अब नई लीगल टीम आईसीजे में पाकिस्तान का रुख पेश करेगी। अजीज के मुताबिक पाकिस्तान की सुरक्षा काफी अहम है और इसके लिए पाकिस्तान को अपने मौलिक अधिकारों की रक्षा करनी होगी। पाक मीडिया की मानें तो नई टीम सख्ती से आईसीजे में इस केस को लड़ेगी। वहीं पाकिस्तान के रिटायर्ड जज शाइक उस्मानी का कहना है कि आईसीजे में जाकर पाकिस्तान ने अपने ही पैर पर कुल्हाड़ी मार ली है। वहीं विपक्ष अब इस बहाने पाकिस्तान की नवाज सरकार पर निशाना साध रही है।
अगस्त में आएगा निर्णायक फैसला
इमरान खान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ की नेता शिरीन माजारी ने कहा है कि विएना संधि में पक्षकार होने के नाते प्रोटोकॉल के तहत पाकिस्तान को सुनवाई से अपना नाम वापस ले लेना चाहिए। पाकिस्तान अब एक ब्रांड न्यू टीम के साथ आईसीजे में बहस करेगा। इस केस में अंतिम फैसला अभी आना बाकी है। माना जा रहा है कि अगस्त में फैसला आ सकता है और उस समय भारत भी इस केस के लिए अपना पूरा जोर लगाएगा। गुरुवार को आईसीजे ने पाकिस्तान को साफ-साफ कह दिया कि जब तक मामले में अंतिम फैसला नहीं आता तब तक जाधव को फांसी नहीं होनी चाहिए। अगस्त में जाधव के केस में आईसीजे अंतिम फैसला सुना सकता है। भारत ने अपने तर्कों से पाकिस्तान को पहले दौर में चारों खाने चित्त कर दिया। भारत के लिए अब दूसरा दौर काफी नाजुक होने वाला है।
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