एक साल पूरा करते ही इमरान ने तोड़ा 30 साल का रिकॉर्ड, वित्तीय घाटा हुआ अधिकतम
इस्लामाबाद। भारत को परमाणु हमले की धमकी देने वाले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान या तो अपने देश की हालात के बारे में अनजान हैं, या फिर आंखें मूंदकर रहना चाहते हैं। पाकिस्तान में वित्तीय घाटी अपने चरम पर पहुंच चुका है। पाकिस्तान यूं तो पिछले डेढ़ साल से आर्थिक संकट की तरफ बढ़ रहा था लेकिन पिछले एक वर्ष में हालात बद से बदतर हो गए हैं। वित्तीय वर्ष 2018-2019 में पाक के वित्तीय घाटे ने पिछले तीन दशकों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। भारत को जंग की धमकी देने वाले इमरान शायद यह भूल रहे हैं कि अगर उन्होंने देश के हालातों पर ध्यान नहीं दिया तो उनकी मुश्किलें अपने ही घर में बढ़ जाएंगी। इमरान ने अगस्त 2018 में पाकिस्तान की कमान संभाली थी।
पाक के आर्थिक विशेषज्ञ हैरान
वित्तीय घाटा सरकार के खर्चों और राजस्व के बीच का अंतर होता है। इस वर्ष जून में खत्म हुए वित्तीय वर्ष में पाक का घाटा बढ़कर 8.9 प्रतिशत पर पहुंच गया है। पाकिस्तान के अखबार डॉन की ओर से बताया गया है पिछले वर्ष यह घाटा 6.6 प्रतिशत पर था। इस वर्ष जून में सरकार ने ऐलान किया था कि वह घाटे को 7.1 की दर पर रखना चाहती है जबकि वर्ष की शुरुआत में यह आंकड़ा 4.9 प्रतिशत था। पाकिस्तान के पूर्व आर्थिक सलाहकार डॉक्टर अशफाक हुसैन खान की मानें तो उन्होंने अपने पूरे करियर में घाटा इस स्तर पर नहीं देखा।
पेट्रोल डीजल मिट्टी का तेल सब महंगा
पिछले माह पाक सरकार ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों को भी बढ़ा दिया है। पाक में पेट्रोल की कीमतों में 5.15 रुपए प्रति लीटर और डीजल की कीमतों में 5.65 रुपए प्रति लीटर की दर से इजाफा हुआ था। इस इजाफे के बाद यहां पर पेट्रोल की कीमत 117.83 रुपए प्रति लीटर तो डीजल की कीमत 132.4 रुपए प्रति लीटर हो गई है। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इजाफे के अलावा केरोसिन ऑयल और लाइट डीजल के दामों में भी इजाफा हुआ है। केरोसिन का दाम 5.38 रुपए प्रति लीटर तो लाइट डीजल के दाम में 8.90 पैसे प्रति लीटर की दर से इजाफा किया गया है। अब पाकिस्तान में केरोसिन 132.47 पैसे प्रति लीटर और लाइट डीजल 103.84 पैसे प्रति लीटर की दर से बिक रहा है।
रोटी 12 रुपए की और नान 15 रुपए की
सिर्फ इतना ही नहीं सरकार की ओर से नान और रोटी के दाम भी तय किए गए हैं। पाकिस्तान में एक नान की कीमत अलग-अलग शहरों 12 से 15 रुपए के बीच तो एक रोट की कीमत 10 से 12 रुपए के बीच है। पाकिस्तान पर लगातार कर्ज अदायगी का संकट भी बढ़ता जा रहा है। सिर्फ चीन और कतर की ओर से ही उसे कुछ आर्थिक मदद दी गई है। इन दोनों ही देशों ने पाक को बेलआउट पैकेज दिया है। इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (आईएमएफ) की ओर से मई में पाकिस्तान के लिए छह बिलियन डॉलर का बेलआउट पैकेज देने का ऐलान किया था। पाक को इस माह की शुरुआत में आईएमएफ से कर्ज की पहली दर के तौर 991.4 मिलियन डॉलर की रकम मिली थी।
1980 के बाद ऐसे हालात
पाकिस्तान के पूर्व इकोनॉमिक सर्वेक्षणों के मुताबिक साल 1979-80 के बाद घाटा सर्वोच्च स्तर पर है और इसकी वजह से 3.445 अरब रुपयों पर असर पड़ा है। यह आंकड़ा पाकिस्तान की चौपट होती अर्थव्यवस्था को बयां करने के लिए काफी हैं। आंकड़ें ऐसे समय में जारी किए गए हैं जब हाल ही में इमरान सरकार ने एक वर्ष पूरा किया है। इमरान खान ने जनता से वादा किया था कि वह देश की आर्थिक स्थिति को बेहतर करेंगे। इसी वादे पर उन्होंने वोट हासिल किए थे लेकिन अब लगता है कि इमरान का वादा अधूरा ही रह जाएगा।