चलती ट्रेन के AC कोच में सांप देखकर अटक गईं यात्रियों की सांसें, जानिए फिर क्या हुआ?
चलती ट्रेन के AC कोच में सांप देखकर अटक गईं यात्रियों की सांसें, जानिए फिर क्या हुआ?
मुजफ्फरनगर, जून 17: चलती ट्रेन के एसी कोच में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब यात्रियों को एक सांप दिखाई दिया। ट्रेन के एसी कोच में सांप दिखने के बाद यात्रियों की सांसे अटक गई। हालांकि, एक यात्री ने ट्रेन में सांप होने की सूचना रेलवे कंट्रोल रूम दिल्ली को दी। जिसके बाद ट्रेन को मंसूरपुर रेलवे स्टेशन पर रोका गया। हालांकि, हरिद्वार-बलसाड एक्सप्रेस ट्रेन का यहां स्टापेज नहीं था।
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जीआरपी व वन विभाग ने सांप की तलाश में खंगाले कोच
वहीं, सांप की सूचना पर जीआरपी व वन विभाग की टीम भी पहुंच गई और जिस कोच में सांप की जानकारी दी गई थी उस कोच के साथ ही कुछ अन्य कोच भी खंगाले। लेकिन उन्हें कहीं सांप नहीं मिला। इसके बावजूद यात्रियों ने बी-1 कोच में जाने से इनकार कर दिया। इस पर उस कोच के यात्रियों को अन्य कोच में शिफ्ट कर दो घंटे बाद ट्रेन को आगे के लिए रवाना किया गया।
हरिद्वार से दिल्ली जा रही थी हरिद्वार-वलसाड एक्सप्रेस
जानकारी के मुताबिर, हरिद्वार से दिल्ली की ओर जा रही हरिद्वार-वलसाड एसी एक्सप्रेस के बी-1 कोच में मौजूद यात्री श्रवण ठाकुर ने रेलवे कंट्रोल रूम दिल्ली को कोच में सांप होने की सूचना दी। श्रवण हरिद्वार से सूरत जा रहे थे। श्रवण ने बताया कि जब वह खाना खाने की तैयारी कर रहे थे तभी पैर के पास रेंगती हुई चीज स्पर्श हुई नीचे देखा तो सांप था।
मंसूरपुर में रोकी गई ट्रेन
जैसे ही अन्य यात्रियों को इसकी जानकारी हुई, सबके होश उड़ गए। इनमें से कई ऊपर वाली बर्थ पर चले गए। लोगों में काफी देर तक डर जैसा माहौल रहा। यात्रियों ने इसके बाद हंगामा करते हुए ट्रेन रोकने की मांग कर दी, जिसके बाद अगले ही स्टेशन मंसूरपुर में ट्रेन को रोक दिया गया। ट्रेन का मुजफ्फरनगर जिले के किसी भी स्टेशन पर स्टॉपेज नहीं है, लेकिन फिर भी सांप को खोजने के लिए यहां ट्रेन रोक दी गई।
खोजबीन के बाद भी नहीं मिला सांप
सूचना मिलने पर जीआरपी पुलिस वन विभाग के कर्मियों के साथ मौके पर पहुंच गई। जीआरपी के जवानों ने बी-1 कोच सहित अन्य डिब्बों की भी तलाशी ली लेकिन सांप नहीं मिला। हालांकि फिर भी यात्रियों ने सांप के डर से बी-1 कोच में जाने से इनकार कर दिया। स्टेशन अधीक्षक अमर यादव ने बताया कि सूचना पर ट्रेन रोककर कोच का कोना कोना छाना गया लेकिन कहीं सांप नहीं मिला। बी-1 कोच के यात्रियों को अन्य कोच में शिफ्ट कर रात 9: 25 पर ट्रेन को आगे के लिए रवाना कर दिया गया।