अवैध धर्मांतरण मामला: मौलाना कलीम को पुलिस रिमांड पर भेजा गया, खुलेंगे कई राज
मुजफ्फरनगर, 23 सितंबर: अवैध धर्मांतरण मामले में गिरफ्तार किए गए मौलाना कलीम सिद्दीकी को 10 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। एटीएस के आईजी जीके गोस्वामी के मुताबिक, शुक्रवार सुबह 10 बजे से रिमांड शुरू होगी। इस दौरान मौलाना कलीम सिद्दीकी को नई दिल्ली शाहीन बाग स्थित उनकी संस्था ग्लोबल पीस सेंटर ले जाया जाएगा। सेंटर की तलाशी ली जाएगी और वहां रखे कंप्यूटर, लैपटॉप व अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण व दस्तावेज जांच के लिए जब्त किए जाएंगे।
आईजी ने बताया कि मौलाना कलीम सिद्दीकी को दिल्ली के साथ ही मेरठ और मुजफ्फरनगर भी ले जाया जाएगा। मौलाना कलीम ग्लोबल पीस सेंटर के साथ ही जमीयत-ए-इमाम वलीउल्लाह ट्रस्ट का संचालन करता है और देश के विभिन्न हिस्सों में कई मदरसे भी चलाता है। बता दें, मुजफ्फरनगर के रहने वाले मौलाना कलीम सिद्दीकी को यूपी एटीएस ने मंगलवार रात मेरठ से गिरफ्तार किया था। आईजी ने बताया कि दिल्ली, मेरठ और मुजफ्फरनगर में धर्मांतरण सिंडिकेट से जुड़े लोगों को चिन्हित किया गया है। इस मामले में एटीएस कुछ और गिरफ्तारियां भी कर सकती है।
मौलाना कलीम सिद्दीकी के पास से 7 देशी और विदेशी सिम कार्ड बरामद हुए हैं। उसके मोबाइल फोन और सिमकार्ड का डेटा खंगाला जा रहा है। साथ ही मौलाना के ग्लोबल पीस सेंटर और जमीयत ए इमाम वलीउल्लाह ट्रस्ट के बैंक खातों की भी जांच पड़ताल की जा रही है। एडीजी (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बुधवार को खुलासा करते हुए बताया था कि 20 जून को अवैध धर्मांतरण गिरोह संचालित करने वाले लोग गिरफ्तार गिए गए थे। इस संबंध में मुकदमा दर्ज किया गया था। उमर गौतम और इसके साथियों को ब्रिटिश आधारित संस्था से लगभग 57 करोड़ रुपए की फंडिंग की गई थी। जिसके खर्च का ब्योरा अभियुक्त नहीं दे पाए। इस संबंध में आज के अभियुक्त को छोड़कर कुल 10 लोग गिरफ्तार हुए थे, जिसमें से 6 के खिलाफ विभिन्न तिथियों में चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है, 4 के खिलाफ जांच चल रही है।