पंचतत्व में विलीन हुए छानबे विधायक 'राहुल प्रकाश कोल', बेटे ने दी पिता को मुखाग्नि
Rahul Prakash Kol: राहुल प्रकाश कोल जनवरी 2022 से ही गले के कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे। मुम्बई स्थित एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। इलाज के दौरान गुरुवार को मुम्बई में राहुल प्रकाश कोल की मृत्यु हो गई।
'मैं राहुल प्रकाश कोल छानबे से विधायक हूं।' अब यह आवाज जिले की जनता को सुनने के लिए अब नही मिलेगी। मड़िहान क्षेत्र के कुबरी पटेहरा गांव निवासी छानबे से विधायक राहुल प्रकाश कोल की गुरुवार को मुम्बई के निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। बता दें कि छानबे से विधायक राहुल प्रकाश कोल जनवरी 2022 से ही गले के कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे। मुम्बई स्थित एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। विधायक राहुल प्रकाश कोल के निधन के बाद अखिलेश यादव, अनुप्रिया पटेल सहित तमाम बड़े नेताओं ने शोक प्रकट किया है।
पिता से सीखी राजनीति की एबीसीडी
अपना
दल
एस
के
छानबे
से
विधायक
रहे
राहुल
प्रकाश
कोल
का
जन्म
4
अगस्त
1983
को
हुआ
था।
मिर्जापुर
जिले
की
सुरक्षित
सीट
छानबे
से
2017
में
वे
पहली
विधानसभा
पहुंचे
थे।
राहुल
प्रकाश
कोल
ने
हाईस्कूल
की
पढ़ाई
'बापू
उपरौध
इण्टर
कालेज'
और
इण्टर
मीडिएट
की
पढ़ाई
'बीएलजे
इण्टर
कालेज'
से
पूरी
की
थी।
स्नातक
की
पढाई
'केबी
पिजी
कालेज'
से
करने
के
बाद
उन्होंने
एलएलबी
की
पढ़ाई
चौहनिया
वाराणसी
से
पूरी
की।
2017
में
अपना
दल
एस
ने
दिया
टिकट
पिता
पकौड़ी
लाल
कोल
को
राजनीति
में
देख
राहुल
प्रकाश
कोल
भी
अपने
छात्र
जीवन
से
ही
राजनीति
में
सक्रिय
हो
गए।
जहां
समाज
के
उत्थान
को
लेकर
और
समाज
को
एकजुट
करने
के
लिए
उन्होनें
कई
मुहिम
चलाई।
जिसकी
बदौलत
अपना
दल
एस
ने
2017
में
राहुल
प्रकाश
कोल
को
विधानसभा
चुनाव
में
सुरक्षित
सीट
से
टिकट
दे
दिया।
2022
में
दूसरी
बार
विधायक
बने
वहीं
2017
चुनाव
में
भारी
अंतर
के
साथ
चुनाव
में
जीत
दर्ज
करने
के
बाद
राहुल
प्रकाश
कोल
पहली
बार
विधायक
की
कुर्सी
पर
बैठे।
पांच
वर्ष
के
कार्यकाल
पूरे
होने
के
बाद
सन
2022
में
अपना
दल
एस
पार्टी
के
टिकट
पर
दूसरी
बार
विधायक
चुनकर
सदन
पहुंचे।
मगर
चुनाव
जीतने
के
कुछ
ही
महीने
बाद
राहुल
प्रकाश
कोल
बीमार
हो
गए।
जिसके
बाद
जांच
में
उनके
गले
में
कैंसर
की
पुष्टि
हुई।
कैंसर
की
पुष्टि
के
बाद
राहुल
प्रकाश
कोल
का
इलाज
मुंबई
में
चल
रहा
था।
इलाज
के
दौरान
गुरुवार
को
मुम्बई
में
राहुल
प्रकाश
कोल
की
मृत्यु
हो
गई।
पिता है सोनभद्र से सांसद
छानबे
से
विधायक
रहे
राहुल
प्रकाश
कोल
के
पिता
पकौड़ी
लाल
कोल
वर्तमान
में
सोनभद्र
सुरक्षित
सीट
से
दूसरी
बार
सांसद
है।
पत्नी
रिंकी
कोल
जिला
पंचायत
सदस्य
है।
भाई
जगप्रकाश
कोल
की
पत्नी
गरिमा
सिंह
ब्लाक
प्रमुख
पटेहरा
है।
विधायक
को
एक
बेटा
व
दो
बेटी
है।
बेटा
सम्राट
सिंह
कक्षा
चार
का
छात्र
है,
व
दो
बेटी
अंशिका
सिंह
कक्षा
सात
व
आस्था
सिंह
कक्षा
पांच
की
छात्रा
है।
क्रिकेट
खेलने
के
थे
शौकीन
आपको
बताते
चलें
कि
राहुल
प्रकाश
कोल
अपना
दल
एस
युवा
मंच
के
राष्ट्रीय
अध्यक्ष
भी
थे।
अनुप्रिया
पटेल
के
बेहद
करीबी
होने
के
साथ
ही
राहुल
प्रकाश
कोल
आदिवासी
समाज
के
बड़े
नेता
के
तौर
पर
जाने
जाते
थे।
आपको
यह
जानकार
हैरानी
हो
सकती
है
कि
राहुल
प्रकाश
कोल
बचपन
से
ही
क्रिकेट
खेलने
के
बेहद
ही
शौकीन
थे।
क्रिकेट
टीम
में
बेहतर
कप्तानी
करने
के
बाद
राहुल
प्रकाश
कोल
राजनीति
में
आए
और
यहां
पर
भी
अपनी
बेहतरीन
कप्तानी
के
चलते
वे
दो
बार
लगातार
छानबे
विधानसभा
सीट
से
विधायक
बने,
लेकिन
अफ़सोस
कि
जीवन
की
पिच
पर
अपनी
आखिरी
जंग
वे
हार
गए।
आशीष पटेल ने दिया कंधा, पल्लवी ने भी जताया दुख
मृतक विधायक राहुल प्रकाश कोल का शव विमान के द्वारा मुम्बई से बाबतपुर एयरपोर्ट लाया गया, जहाँ से शव उनके पैतृक गांव कुबरी पटेहरा पहुंचा। निधन का समाचार मिलने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पिता पकौड़ी लाल कोल को पत्र भेजते हुए शोक संवेदना व्यक्त की। तो वहीं सिराथू से विधायक पल्लवी पटेल भी गुरुवार को ही राहुल प्रकाश कोल के घर पर पहुंचकर परिजनों का ढांढस बंधाया। इसके इलावा केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल भी उनके निवास स्थान पर पहुंची, जहां आखिरी क्षणों में आशीष पटेल ने पार्थिव शरीर को कंधा दिया। अंतिम यात्रा निकलने के बाद 11 साल के बेटे ने मुख्यअग्नि दी, जहां राहुल कोल पंच तत्व में विलीन हो गए।
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विधायक राहुल कोल के अंतिम संस्कार कार्यक्रम में पहुंची अनुप्रिया पटेल भावुक हो गईं। अनुप्रिया पटेल ने कहा कि मेरे लिये राहुल विधायक नही थे। राहुल कोल मेरे भाई सामान थे। अपने भाई को खोकर हम पूरा अपना दल एस परिवार दुखी है। लगातार राहुल प्रकाश कोल ने पार्टी के लिए संघर्ष किया था। हम हमेशा उनके परिवार के साथ है।