'पालतू सांप हैं, पैसे कमाने के लिए दिखाते है खेल', स्कूल जाने के सवाल पर मासूम बच्चे ने कही ये बात
'पालतू सांप हैं, पैसे कमाने के लिए दिखाते है खेल', स्कूल जाने के सवाल पर मासूम बच्चे ने कही ये बात
मैनपुरी, 17 अगस्त: 15 अगस्त को देश में आजादी का 75वां अमृत महोत्सव बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया। लेकिन आजादी के 75 साल बीतने के बाद भी उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले का एक गांव आज भी मूलभूत सुविधाओं से कोसों दूर है। यहां बच्चे स्कूल नहीं जाते, बल्कि सांपों को पालते है। मासूम बच्चों की मानें तो वो पैसे कमाने के लिए गांव के लोगों को इन सांपों का खेल दिखाते हैं। क्योंकि उनके गांव में ना तो कोई स्कूल है, ना ही स्वास्थ्य केंद्र है और ना ही सड़क।
मुख्य मार्ग तक जाने के लिए गांव में नहीं है कोई सड़क
लोगों को मुख्य मार्ग तक जाने के लिए खेतों से होकर गुजरना पड़ता है, वो भी खेत मालिक की अनुमति लेकर। इन 75 सालों में केंद्र में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी की सरकारे रही हो...या उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, कांग्रेस और भाजपा की सरकारे। लेकिन किसी भी पार्टी ने मैनपुरी जिले के बेवर प्रखंड की ग्राम पंचायत नगला नाथपुरा की तरफ अपना ध्यान नहीं दिया। इतना ही नहीं, मैनपुरी जिला समाजवादी पार्टी का गढ़ भी कहलाता है। उसके बावजूद भी नगला नाथपुरा गांव का कोई विकास नहीं हुआ।
गांव से अस्पताल पहुंचा है मुश्किल
हालांकि, अब यह मामला मीडिया की सुर्खियों में आया तो अधिकारियों ने मामले का संज्ञान लिया है। लेकिन पिछले 75 सालों से मैनपुरी जिले के नगला नाथपुरा गांव में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। गांव के एक ग्रामीण ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए बताया कि, "हमारे सामने सबसे बड़ी समस्या सड़कों की है, हमारे गांव में कोई पक्की सड़क नहीं है। हमें मुख्य सड़क तक पहुंचने के लिए खेतों से होकर गुजरना पड़ता है।" यदि कोई बीमार पड़ जाता है तो उसकी जान बचाना संभव नहीं है क्योंकि सड़क न होने के कारण अस्पताल पहुंचना मुश्किल हो जाता है।
पैसे कमाने के लिए दिखाते है सांप का खेल
ग्रामीणों की मानें तो उन्होंने हर दरवाजे (प्रशासन, सांसद और विधायक) पर शिकायत की है, लेकिन कोई भी हमारी समस्याओं का समाधान नहीं कर सका। हमारा गांव नक्शे पर भी नहीं है। इस दौरान सांपों का खेल दिखाते हुए एक बच्चे जब एएनआई ने बात की। बच्चे ने बताया कि "हमारे पास बहुत सारे पालतू सांप हैं, हम पैसे कमाने के लिए गांव के लोगों को इन सांपों का खेल दिखाते हैं।'
बिना अनुमति के किसी का खेत पार किया तो पीटते है वो
हम पिछले 4 महीने से स्कूल नहीं जा पा रहे हैं क्योंकि खेतों में पानी भर गया है। हमारे गांव में कोई पक्की सड़क नहीं है। हमें मुख्य सड़क तक पहुंचने के लिए खेतों से होकर गुजरना पड़ता है। अगर हम खेत के मालिक की अनुमति के बिना किसी के खेत को पार करते हैं, तो वो हमें पीटते है।
बनवाई जाएंगी पक्की सड़कें: सीडीओ
वहीं, इस मामले के सामने आने के बाग मुख्य विकास अधिकारी विनोद कुमार का बयान भी सामने आया है। उन्होंने बताया कि हम पूरे मामले की जांच कर रहे हैं कि गांव तक अब तक रास्ता क्यों नहीं बन पाया। साथ ही पक्की सड़कें भी बनवाई जाएंगी। ग्रामीणों को सरकारी मकान उपलब्ध कराने का काम भी सरकार कर रही है।