महिला के साथ हुईं बर्बरता के बाद जागी मुंबई पुलिस, गठित किया गया निर्भया दस्ता
मुंबई,14 सितंबर। मुंबई में पिछले दिनों महिला के साथ हुए रेप के बाद मुंबई पुलिस जाग उठी है। मंगलवार को मुंबई पुलिस ने महिला सुरक्षा के लिए निर्भया दस्ते के गठन की घोषणा की। इस पहल के तहत हर थाने में महिला सुरक्षा प्रकोष्ठ बनाया जाएगा। निर्भया दस्ते में पीएसआई या एएसआई रैंक की एक महिला अधिकारी, एक महिला और एक पुरुष कांस्टेबल और एक ड्राइवर शामिल होगा।
महाराष्ट्र में महिलाओं की सुरक्षा की समीक्षा के लिए मुंबई पुलिस का कहना है कि क्षेत्रीय मंडल के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त को हर महीने के पहले सप्ताह में निर्भया दस्ते की बैठक बुलानी चाहिए। इतने सालों में ऐसे दस्ते की जरूरत नहीं पड़ी।
आजकल अपराधी राज्य की कमजोर सरकार के कारण अपराध करने का दुस्साहस करते हैं एक सरकार अपने नागरिकों की देखभाल कैसे करेगी जब वह इनसाइडर/आउटसाइडर करने में लगी हुई है वहीं राज्य के पूर्व एचएम और पुलिस कमिश्नर को बचाने और वसूली करने में व्यस्त है।बता दें पिछले दिनों मुंबई के साकीनाका इलाके में 30 वर्षीय महिला के साथ निर्भया जैसी दरिंदगी हुई और उसकी मौत हो गई।
ये
घटना
गुरुवार-शुक्रवार
की
मध्यरात्रि
को
साकीनाका
इलाके
में
एक
टेंपो
के
अंदर
पीड़िता
के
साथ
हुई
जहां
उसका
बलात्कार
किया
गया
था।
रेप
के
बाद
आरोपी
ने
पीड़िता
के
प्राइवेट
में
लोहे
की
रॉड
डाल
दी
थी,
जिसकी
वजह
से
पीड़िता
की
हालत
ज्यादा
खराब
हो
गई।
पीड़िता
को
अंदरूनी
चोटें
आई
थी,
जिससे
वो
उभर
ही
नहीं
पाईं।
रेप
पीड़िता
महिला
का
इलाज
राजावाड़ी
अस्पताल
में
चल
रहा
था,
लेकिन
33
घंटे
की
लंबी
लड़ाई
के
बाद
आखिर
पीड़िता
ने
दम
तोड़
दिया।
शनिवार
को
पुलिस
की
तरफ
से
इसकी
जानकारी
दी
गई।
आरोपी
पुलिस
की
हिरासत
में
है।साकीनाका
पुलिस
को
पीड़िता
बेहोशी
के
हालात
में
ऑटो
में
मिली
थी,
जिसे
अफरा-तफरी
में
अस्पताल
ले
जाया
गया।
मुंबई रेप केस पर पुलिस आयुक्त का बयान, कहा- हर क्राइम लोकेशन पर पुलिस मौजूद नहीं हो सकती
पुलिस ने महिला के साथ दंरिदगी करने वाले आरोपी को कुछ घंटों बाद ही गिरफ्तार कर लिया था। गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान मोहन चौहान के रूप में हुई है। जिस पर भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।