महाराष्ट्र: BJP विधायक ने लगाया वैक्सीन के घोटाले का आरोप, बोले- बिना डोज मिल रहा वैक्सीनेशन प्रमाणपत्र
मुंबई, 11 मई। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के नए मामलों में कमी आ रही हैं लेकिन प्रदेश में टीकाकरण अभियान को बड़ा झटका लगा है। राज्य की उद्धव ठाकरे सरकार का कहना है कि उनके पास वैक्सीन उपलब्ध नहीं है जिस वजह से 18 से 44 वर्ष की आयु वर्ग वाले लोगों का टीकाकरण अब धीमा हो गया है। इस बीच विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने महाराष्ट्र सरकार पर हमला बोलते हुए वैक्सीन के घोटाले का आरोप लगा दिया है। मंगलवार को बीजेपी विधायक मिहिर कोटेचा ने दावा किया कि वैक्सीन को लेकर राज्य में बड़ा घोटाला किया जा रहा है जिसकी जांच होनी चाहिए।
उद्धव ठाकरे सरकार के खिलाफ यह सनसनीखेज दावा महाराष्ट्र के मुलुंड के भाजपा विधायक मिहिर कोटेचा ने किया है। उनका कहना है कि मुंबई में एक बड़ा टीकाकरण घोटाला हुआ है। शहर के निवासियों को प्रशासित प्रत्येक कोविड वैक्सीन का ऑडिट कराया जाना चाहिए। न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में बीजेपी विधायक ने कहा कि कल एक महिला ने मुझे अपनी पहली खुराक का प्रमाणपत्र दिखाया, जो वैक्सीन न लेने के बावजूद उसके घर पर पहुंचाया गया था। अब उस महिला को डर है कि उसे पहली डोज मिलेगी या नहीं। ऐसी घटनाओं से एक बड़े वैक्सीन घोटाले की गंध आ रही है, जिसकी पूरी जांच होनी चाहिए।
Maharashtra | Yesterday a lady approached me for getting a provisional certificate for vaccination despite not taking her 1st dose. She was unsure whether she would get the first jab again. This smells like a big vaccine scam, a thorough probe should be done: BJP MLA from Mulund pic.twitter.com/kkLJaLPqKM
— ANI (@ANI) May 11, 2021
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मिहिर कोटेचा ने कहा कि प्रदेश में सभी टीके का ऑडिट कराया जाना चाहिए, अगर कोई बीएमसी कर्मचारी घोटाले में लिप्त है तो उसे नौकरी से निकाल देना चाहिए। कोटेचा ने कहा, 'अगर मुझे बीएमसी आयुक्त से संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो मैं मैं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को लिखूंगा।' बता दें कि राज्य सरकार लगातार टीके की कमी का मुद्दा केंद्र सरकार के सामने उठाती रही हैं। बुधवार को राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश तोपे ने कहा कि 18-44 के लिए टीकाकरण प्रक्रिया को धीमा किया जा रहा है, क्योंकि अभी टीके उपलब्ध नहीं हैं। वो इसे रोकना नहीं चाहते, लेकिन कोई दूसरा विकल्प उनके पास मौजूद नहीं है। मौजूदा वक्त में 45+ लोगों के लिए टीकाकरण अभियान तेजी से चल रहा है।