बच्चा गोद दिलाने के नाम पर एजेंट ने पहले दंपति से की 9 लाख की ठगी, फिर उन्हीं के डॉक्यूमेंट्स पर लोन भी लिया
महाराष्ट्र में एक दंपति से बच्चा दिलाने के नाम पर 9 लाख की ठगी और डॉक्यूमेंट्स का दुरुपयोग करके लोन लेने का मामला सामने आया है। इसको लेकर महिला ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
महाराष्ट्र में एक नि:संतान महिला से बच्चा दिलाने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। सबसे बड़ी बात जिस एजेंट ने बच्चा दिलाने के नाम पर महिला से डॉक्यूमेंट्स लिया, उसी ने डॉक्यूमेंट् पर अपने नाम पर लोन ले लिया। जिसकी वजह से लोन देने वाले लोग महिला को परेशान कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक कांदिवली की एक निःसंतान महिला ने कानूनी रूप से बच्चा गोद लेने के लिए एक एजेंट से संपर्क किया था। इसके बाद एजेंट ने महिला से कागजी कार्रवाई के लिए कुछ डॉक्यूमेंट्स मांगे और इस डॉक्यूमेंट्स से एजेंट ने महिला को 9 लाख चुना लगा दिया। साथ ही महिला के पति के डॉक्यूमेंट्स के आधार पर लोन भी ले लिया।
इस मामले को लेकर 46 वर्षीय महिला ने शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत के मुतबिक महिला की शादी 15 साल पहले हुई थी। लेकिन उसे बच्चे नहीं पैदा हो रहे हैं। इसीलिए वह कानूनी तौर पर बच्चे को गोद लेना चाहती थी। इसी सिलसिले में 2020 में एक परिचित ने उसे एक एजेंट साहिल शेख से मिलवाया। शेख ने महिला और उसके पति को बताया कि वह एक अनाथ आश्रम से बच्चे को गोद दिलवाएगा। ऐसे में कानूनी कार्रवाई के लिए उसे डॉक्यूमेंट्स की जरूरत पड़ेगी।
वहीं, इसके बाद शेख गोद लेने के फॉर्म के साथ दंपति के घर आया। इस दौरान उसने दंपति से पैन कार्ड, आधार कार्ड सहित कई अन्य डॉक्यूमेंट्स लिए। साथ उसने दंपति का फॉर्म पर सिग्नेचर भी करवाया। शुरुआत में शेख ने दंपति को बताया कि इस प्रक्रिया में 2.5 लाख रुपए खर्च होंगे। जिस पर दंपति ने कहा कि इतनी रकम भुगतान करने में उन्हें कोई दिक्कत नहीं है और दंपति ने शेख को किस्तों में 1.7 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए।
इसके बाद शेख ने दंपति को "नवी मुंबई आश्रम से" एक बच्चे की तस्वीर दिखाई और औपचारिकताएं पूरी करने का वादा किया। हालांकि दो महीने तक जब उसका कोई रिप्लाई नहीं आया तो दंपति ने उसके पास फोन किया। इस पर शेख ने बताया कि बच्ची की तबीयत बहुत खराब है। वहीं, कुछ दिनों बाद जब फिर शेख का फोन नहीं आया तो दंपति ने फिर उससे संपर्क किया। इस पर उसने कहा कि बच्ची को कोविड हुआ है, मैं आपको दूसरे आश्रम से बच्चा दिलवाता हूं।
लेकिन, शेख दंपति में किसी भी आश्रम में नहीं ले गया। वहीं, कुछ दिनों बाद फिर एक दूसरी लड़की की फोटो दंपति को भेजा। ऐसे में दंपति को उम्मीद जगी कि उन्हें इस बार बच्चा मिल जाएगा। लेकिन कुछ दिनों बाद फिर शेख का फोन आया और कहा कि बच्ची की एड्स से मौत हो गई। इस पर दंपति ने शेख से पैसे वापस देने के लिए कहा। लेकिन उसने पैसा नहीं लौटाया। इसी दौरान दंपति के पास एक कंपनी से फोन और कंपनी ने दंपति को 6000 रुपए लोन लौटाने के लिए कहा। इस पर दंपति ने कहा कि उन्होंने कोई लोन नहीं लिया है।
इसी बीच शेख फिर से दंपति के पास आया और कहा कि बोरीवली से एक लड़की को गोद दिलवा देगा। लेकिन दंपति ने इनकार कर दिया। इसके बाद उसने दावा किया कि उसे एक बच्चा मिला है, जिसे उसकी दादी से विरासत में संपत्ति मिली थी, जो उसकी देखभाल करने के लिए बहुत बूढ़ी थी। दंपति ने कहा कि शेख हर प्रस्ताव के साथ दस्तावेजों के पंजीकरण और अन्य औपचारिकताओं के लिए और अधिक पैसे की मांग करता था। इस दौरान हमने उसे 9.14 लाख रुपए का भुगतान किया। लेकिन उसने हमें बच्चा नहीं दिलवाया और भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया।
वहीं, इस साल अगस्त में महिला को दूसरी कंपनी से फोन आया और कंपनी की तरफ से 80,000 रुपए के ऑटोमोबाइल ऋण को चुकाने की मांग की गई। महिला का आरोप है कि ये सभी लोन शेख की तरफ से डॉक्यूमेंट्स का दुरुपयोग करके लिया गया है। फिलहाल दंपति ने शेख के खिलाफ समता नगर पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज कराई है। पुलिस ने मामले में जांच भी शुरू कर दी है।
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