कोरोना संक्रमित को मरा समझकर कर रहे थे अंतिम संस्कार की तैयारी, तभी अर्थी से उठकर रोने लगी महिला
पुणे, मई 15: देश में कोरोना वायरस ने कहर बरपा रखा है। हर दिन लाखों लोग कोरोना संक्रमित हो रहे हैं, हजारों लोगों की रोज मौत हो रही है। इसी बीच महाराष्ट्र के बारामती एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। बारामती के मुधाले गांव में एक 76 साल की कोरोना संक्रमित महिला बेहोश हो गई। घर वालों को लगा कि मौत महिला की मौत हो गई, वे अंतिम संस्कार की तैयारी करने लगे। लोगों ने जब महिला को अर्थी पर रखा तो उसने आंखे खोल दी और रोने लगी। इसके बाद परिजन महिला से फिर से अस्पताल ले गए।
महिला थी कोरोना संक्रमित
पुणे के पास बारामती जिले के मुधाले गांव में शकुंतला गायकवाड़ नाम की एक बूढ़ी औरत कुछ दिनों पहले कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी। जिसके बाद परिजनों ने उन्हें आइसोलेशन में रखा था। 76 साल की उम्र होने की वजह से उनकी हालत में कोई सुधार होता हुआ नज़र नहीं आ रहा था। जिसके बाद 10 मई को परिजनों ने उसे बारामती के अस्पताल ले गए। अस्पताल में बिस्तर नहीं होने के चलते उन्हें एंबुलेंस में ही इंतजार करना पड़ा।
एंबुलेंस में महिला हुए बेहोश तो घरवालों ने समझा हो गई मौत
बेड के इंतजार में महिला एंबुलेंस में ही बेहोश हो गई। परिवार ने मान लिया कि महिला की मौत हो गई है। परिजन उसे वापस घर ले गए और दाह संस्कार की तैयारी करने लगे। चूंकि उनकी मौत कोविड की वजह से हुई थी, इसीलिए किसी ने उनके बिल्कुल पास जाने की हिम्मत नहीं दिखाई। लेकिन परिजनों की रोने और चिल्लाने की आवाज़ महिला ने आँख खोल दी और रोने लगी, जिसको देख हर कोई हैरान रह गया।
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महिला का चल रहा है अब इलाज
महिला को अचानक जिंदा देखकर परिजन हैरान रह गए। आनन-फानन में उसे अस्पताल लेकर पहुंचे। महिला को आगे के इलाज के लिए बारामती के सिल्वर जुबली अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिसकर्मी संतोष गायकवाड़ ने पुष्टि की कि घटना बारामती के मुधाले गांव में हुई थी।