कोरोना वायरस: मुंबई के लिए राहत की खबर, शहर के 85 फीसदी कोविड बेड अब खाली
मुंबई, 10 जुलाई: बीते करीब डेढ़ दशक से देश कोरोना वायरस संक्रमण से जूझ रहा है। बीते साल आई पहली लहर हो या इस साल की दूसरी लहर महाराष्ट्र कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में रहा है। वहीं राज्य की राजधानी मुंबई अपनी घनी आबादी के चलते कोरोना से प्रभावित भी रहा और काफी संवदेनशील भी माना गया। हालांकि अब मुंबई ने काफी हद तक कोरोना को काबू में कर लिया है। मुंबई में अब करीब 85 फीसदी कोविड बेड खाली हैं।
डेढ़ दो महीने पहले कोरोना मरीज के विए बेड हासिल करना मुंबई में बड़ी चुनौती थी। हालांकि अब हालात काफी ठीक हो गए हैं। टीओआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मुंबई में कोरोना मरीजों के लिए 23,270 बेड रिजर्व हैं। इसमें से शुक्रवार को 19,411 बेड खाली थे। इनमे से 18,300 बेड निजी और सार्वजनिक अस्पतालों में खाली हैं। जबकि बाकी खाली बेड कोविड सेंटरों में हैं। 85 फीसदी आइसोलेशन बेड और 55 फीसदी आईसीयू बेड खाली हैं। वेंटिलेटर सपोर्ट वाले भी करीब 47 प्रतिशत बेड रिजर्व नहीं हैं।
महाराष्ट्र में देश के सबसे ज्यादा मामले (61 लाख से ज्यादा) सामने आए हैं। वहीं मुंबई में सात लाख से ज्यादा केस मिले। हालांकि अब एक्टिव केस महाराष्ट्र में एक लाख, 12 हजार हैं तो मुंबई में 11 हजार के करीब हैं।
मुंबई में एक समय काफी ज्यादा केस आ रहे थे। खासतौर से एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी कही जाने वाली धारावी में कोरोना फैलने को लेकर डब्ल्यूएचओ तक चिंतित था। अब यहां स्थिति काफी कंट्रोल में है। जिसके बाद कोरोना समर्पित डॉक्टर नियमित स्वास्थ्य सेवाओं को फिर से शुरू कर रहे हैं। खासतौर से सर्जरी के मरीजों को डॉक्टरों ने कोविड में कुछ दिन रुक जाने को कहा था। अब सर्जरी के लिए भी मांग बढ़ रही है।
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