हनुमान चालीसा विवाद: कौन हैं 80 साल की चंद्रभागा शिंदे, जिनके लिए उद्धव ठाकरे ने छोड़ा पीएम का कार्यक्रम
नई दिल्ली, 25 अप्रैल: सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा ने सीएम उद्धव ठाकरे के घर के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने का ऐलान किया था। जिसके बाद शिवसैनिक भी सड़कों पर उतर आए और सीएम के घर के बाहर बैठ गए, ताकि वो राणा दंपति को रोक सकें। तेज धूप और गर्मी के बावजूद भी शिवसैनिक वहां से नहीं हटे। सीएम के घर के बाहर बैठी एक महिला की खूब चर्चा हो रही है, जिसके लिए उद्धव ठाकरे पीएम से मिलने नहीं गए। आइए जानते हैं कौन है वो महिला-
Recommended Video
सीएम ने किया था फोन
महिला शिवसैनिक का नाम चंद्रभागा शिंदे है, जो 80 साल की हैं। वो सीएम के घर के बाहर राणा दंपति को रोकने के लिए बैठी थीं। जैसे ही ये खबर उद्धव को मिली उन्होंने उनको फोन किया। उन्होंने कहा कि बाहर तेज धूप और बहुत ज्यादा गर्मी है, ऐसे में आप अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखिए और पानी पीते रहें।
सीएम से चंद्रभागा ने कही ये बात
चंद्रभागा भी सीएम की बात सुनकर काफी खुश हुईं। उन्होंने कहा कि मैं आपके बंगले के पास में ही बैठी हूं। अगर आपको कुछ होता है तो हमें बहुत दुख होगा, इसलिए मैं यहां नवनीत राणा का इंतजार कर रही हूं। इस फोन कॉल के बाद सीएम उद्धव ने जो कदम उठाया, उससे सभी हैरान रह गए। साथ ही महाराष्ट्र के सियासी गलियारे में इसकी खूब चर्चा भी हो रही है।
घर पर पहुंचे सीएम
वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी रविवार को एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने मुंबई पहुंचे, लेकिन सीएम उद्धव प्रोटोकॉल के तहत उनको रिसीव करने एयरपोर्ट नहीं गए। वहां पर राज्यपाल के साथ आदित्य ठाकरे मौजूद थे। सीएम उद्धव चंद्रभागा से मिलने उनके घर गए और हालचाल जाना। चंद्रभागा ने बताया कि वो शिवसेना की सक्रिय कार्यकर्ता हैं और काफी वक्त से पार्टी के लिए काम कर रही हैं। जब हनुमान चालीसा को लेकर राणा दंपति ने ऐलान किया था, तो ही वो सीएम आवास के बाहर पहुंच गई थीं।
इस वजह से छोड़ा कार्यक्रम
वहीं दूसरी ओर पीएम मोदी को रिसीव ना करने और कार्यक्रम में शामिल ना होने पर उद्धव ठाकरे विपक्ष के निशाने पर हैं। इस पर शिवसेना ने कहा कि मंगेशकर परिवार ने लता मंगेशकर पुरस्कार समारोह के निमंत्रण पत्र पर मुख्यमंत्री का नाम नहीं लिखवाया। उनका ये कदम समझ से बाहर है। मंगेशकर परिवार का यह कृत्य 12 करोड़ मराठी लोगों का अपमान है।
राणा दंपति पर सामना का पलटवार, हनुमान चालीसा पढ़नी है तो पीएम मोदी-अमित शाह के घर के बाहर पढ़िए