महाराष्ट्र में सरकार बनाने का BJP ने दिया संकेत, केंद्रीय मंत्री राव साहेब दवे के मुंह से निकली दिल की बात
मुंबई, 27 जून। महाराष्ट्र में जबसे सियासी संकट की शुरुआत हुई है उसके बाद से तमाम नेता आरोप लगा रहे हैं कि इसके पीछे भारतीय जनता पार्टी का है। खुद शिवसेना नेता संजय राउत भाजपा पर इसको लेकर निशाना साध चुके हैं। इस बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री राव साहेब दानवे ने भी इस तरह के संकेत दे दिए हैं। एकनाथ शिंदे दावा कर रहे हैं कि उनके साथ 40 शिवसेना के विधायकों का समर्थन हासिल है, हालांकि वह यह कहते रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी के संपर्क में वह नहीं है। लेकिन राव साहेब दानवे के बयान के बाद स्पष्ट तौर पर इस बात के संकेत मिलते हैं कि एकनाथ शिंदे का खेमा भारतीय जनता पार्टी के संपर्क में है।
दवे के मुंह से निकली दिल की बात
केंद्रीय मंत्री राव साहेब दानवे ने साफ तौर पर बयान दिया है कि 2-3 दिन के लिए हम विपक्ष में और हैं। दानवे ने कहा कि मैं केंद्र में मंत्री हूं, राजेश टोपे राज्य मंत्री हैं। केंद्र में मैं ढाई साल से मंत्री हूं, लेकिन टोपे साहब आप 14 साल से मंत्री हैं, इसलिए जो भी काम करने हैं जल्दी पूरा कर लीजिए, समय निकल जाएगा। अगर आप भविष्य में अवसर चाहते हैं तो हम इसपर विचार करेंगे, मैं अभी 2-3 दिन और विपक्ष में हूं। राव साहेब के इस बयान के बाद साफ है कि इस पूरे सियासी संकट में भाजपा पर्दे के पीछे से अपनी रणनीति बना रही है और वह इस फिराक में है कि प्रदेश में सरकार का गठन करने में उसे सफलता मिले।
गुवाहाटी में चल रही गुटबाजी
बता दें कि राजेश टोपे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सदस्य हैं। वर्ष 2019 में उन्हें घनसावंगी विधानसभा सीट से जीत मिली थी। वह मौजूदा समय में महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री हैं। लेकिन जिस तरह से शिवसेना विधायक और मंत्री एकनाथ शिंदे ने पार्टी के खिलाफ बगावत की है उसके बाद प्रदेश की महाविकास अघाड़ी सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। शिंदे का दावा है कि उनके पास 39 शिवसेना के विधायकों का समर्थन है, ये सभी बागी विधायक असम के गुवाहाटी स्थित रैडिसन ब्लू होटल में ठहरे हैं। शिंदे के खेमे में शिवसेना के 39 विधायकों के अलावा 9 निर्दलीय विधायकों का भी साथ है।
सुप्रीम कोर्ट पहुंचा मामला
इस तमाम उठापटक के बीच उद्धव ठाकरे अब एक्शन मोड में हैं। पहले उन्होंने 16 बागी विधायकों को अयोग्य घोषित करने के लिए डिप्टी स्पीकर को चिट्ठी लिखी, जिसके बाद विधायकों को 27 जून तक जवाब देने के लिए कहा गया। लेकिन बागी विधायकों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। सुप्रीम कोर्ट आज इस पूरे मामले पर सुनवाई करेगा। सुप्रीम कोर्ट में एकनाथ शिंदे ने 39 विधायकों का समर्थन होने का दावा किया है। शिंदे की ओर से सुप्रीम कोर्ट में हरीष साल्वे पैरवी करेंगे, जबकि शिवसेना की ओर से अभिषेक मनु सिंघवी पैरवी करेंगे।