तेंदूपत्ता तोड़ते गांव वालों के पास चले आए 4 बाघ, उन्हें देख 45 मिनट तक अटकी रहीं सांसें
शहडोल। मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में ब्यौहारी वन क्षेत्र नजदीक स्थित बोचरो चींटीमार गांव के लोगों की सांसें उस वक्त थम गईं, जब चार बाघ उनके करीब आ गए। कुछ लोग तेंदूपत्ता तोड़ रहे थे, तभी यह घटना हुई। एक के बाद एक 4 बाघों को आते देख वे लोग घबरा गए। कुछ तो मौके से भाग गए, लेकिन कुछ को भागने का मौका नहीं मिला। ऐसे में वे लोग पेड़ों पर चढ़ गए।
बाघ उन्हीं पेड़ों के नीचे आ गए और टहलने लगे। वे लोग उनके वहां से चले जाने का इंतजार करने लगे। मगर, आधे घंटे तक भी बाघ वहां से नहीं डिगे। ऐसे में पेड़ पर बैठे लोगों की सांसें अटकी हुई थीं। उन्हें कोई उपाय नहीं सूझ रहा था। उधर, वहां से पहले ही भाग निकले लोगों ने बाघों के बारे में वन विभाग की टीम सूचना दी। तब वन विभाग का दस्ता घटनास्थल की ओर दौड़ा।
वन विभाग के दस्ते ने हाथियों की मदद लेते हुए बाघों से वहां से संरक्षित जंगल की तरफ खदेड़ा। तत्पश्चात् पेड़ों पर चढ़े बैठे गांववाले नीचे उतरे। वन विभाग ने उन सभी को सुरक्षित उतारकर घर भेजा। बताया गया कि, वे गांववाले 45 मिनट तक बाघों के बीच रहे। वहां पहली बार एक साथ चार बाघ पहुंचे थे।
गांव वालों के मुताबिक, वे हर रोज जंगल जाते हैं ताकि, तेंदूपत्ता तोड़ सकें। क्योंकि, यह उनके घर चलाने का जरिया होता है और इसी से उन्हें आमदनी होती है। उन्होंने कहा- ''जब बाघ हमारे पास चले आए तो वे चारों कभी किसी पेड़ के नीचे जाते तो तभी किसी पेड़ के नीचे जाते। हमारी सांसें अटक गई थीं।'
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