'शेरनी' विद्या बालन ने ठुकराया वन मंत्री के डिनर का न्योता तो DFO ने रोकी शूटिंग यूनिट की गाड़ी
बालाघाट। मध्य प्रदेश के बालाघाट में फिल्म की शूटिंग में बाधा पहुंंचाने का मामला सामने आया है। इसकी वजह बॉलीवुड अभिनेत्री विद्या बालन द्वारा मध्य प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह के डिनर का न्योता ठुकराना माना जा रहा है। मध्य प्रदेश कांग्रेस ने इस मामले में को हाथों-हाथ लिया है और वन मंत्री को हटाए जाने की मांग तक कर डाली है।
बॉलीवुड अभिनेत्री विद्या बालन की अपकमिंग मूवी 'शेरनी'
दरअसल, पूरा मामला बॉलीवुड अभिनेत्री विद्या बालन की अपकमिंग मूवी 'शेरनी' से जुड़ा है। फिल्म की प्रोडक्शन यूनिट ने 20 अक्तूबर से 21 नवंबर तक मध्य प्रदेश के बालाघाट में शूटिंग की स्वीकृति ली थी। आठ नवंबर को विद्या बालन भी शूटिंग के लिए बालाघाट पहुंची थीं। तब एमपी की शिवराज सिंह चौहान सरकार के वन मंत्री विजय शाह ने अभिनेत्री से मिलने की इच्छा जताई। वन मंत्री शाह ने मुलाकात के बाद विद्या बालन को डिनर का न्योता दिया तो विद्या बालन थोड़ी असहज हो गईं। उन्होंने मंत्री जी की पेशकश ठुकरा दी।
शूटिंग टीम की गाड़ियों को रोका
अगले दिन हुआ ये कि प्रोडक्शन टीम फिल्म 'शेरनी' शूट करने के लिए साइट पर जा रही थी तो बालाघाट दक्षिण के जिला वन अधिकारी जीके बरकड़े ने यह कहकर टीम की गाड़ियां रुकवा दींं कि सिर्फ दो गाड़ियां ही अंदर जाएंगी। हालांकि बाद में मामला राज्य सरकार तक पहुंचा तो सारी गाड़ियों को अंदर जाने की इजाजत दी गई। फिल्म की शूटिंग के लिए जा रही टीम की गाड़ियां रोकने की घटना को अभिनेत्री द्वारा वन मंत्री की डिनर की पेशकश ठुकराने से जोड़कर देखा जा रहा है।
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कांग्रेस प्रवक्ता ने साधा वन मंत्री पर निशाना
मामला तब सुखिर्यों में आया जब 28 नवंबर को मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता नरेंद्र सालुजा ने ट्वीट कर लिखा कि 'प्रदेश को शर्मशार करने वाले वनमंत्री को मंत्रीमंडल से बाहर करेंं मुख्यमंत्री। प्रदेश में फ़िल्मों की शूटिंग को बढ़ावा देकर कमलनाथ सरकार ने प्रदेश की छवि को विश्व स्तर पर पहुँचाने का काम किया था, वहींं शिवराज सरकार के वनमंत्री विजय शाह मध्यप्रदेश की छवि ख़राब करने का काम कर रहे है।
फ़िल्म अभिनेत्री विद्या बालन के डिनर के लिए मना करने पर पूर्व से ही अपने आचरण के लिए चर्चित वनमंत्री के आदेश पर फ़िल्म की शूटिंग में बाधा पहुँचाने का कार्य किया गया। आख़िर मंत्री जी अभिनेत्री के साथ डिनर क्यों करना चाहते थे? इस तरह के कृत्यों से प्रदेश की छवि ख़राब हुई है।'
वन मंत्री विजय शाह का तर्क
इधर, मीडिया से बातचीत में वन मंत्री विजय शाह का कहना है कि विद्या बालन से मुलाकात की बात एकदम सही थी, लेकिन डिनर की व्यवस्था जिला प्रशासन की ओर से की गई थी। गाड़ियों की रोकने वाली बात में यह बात सामने आई है कि शूटिंग के दौरान दो जनरेटर जाते थे, लेकिन उन्होंने जनरेटर से युक्त कई गाड़ियां जंगल में ले जाने की कोशिश की, जिन्हें डीएफओ ने रुकवाया था।
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