बिहार के जननायक की प्रतिमा लगाने पर सागर में विवाद, समाजवादी चिंतक रघु ठाकुर का खुला विरोध
सागर, 29 सितंबर। मप्र के सागर में बीते रोज मप्र के सबसे बड़े समाजवादी नेता, लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रघु ठाकुर को मुंह की खानी पड़ी। सागर सहित मप्र और देश में सर्वमान्य समाजवादी चिंतक के रुप ख्यात रघु ठाकुर बीते रोज मधुकरशाह वार्ड में बिहार के पूर्व सीएम व समाजवादी नेता रहे स्व. कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा स्थापना के लिए भूमिपूजन करने पहुंचे थे। कार्यक्रम शुरु होने से पहले ही वार्ड के लोगों ने इस कार्यक्रम और प्रतिमा लगाने का विरोध कर दिया। कार्यक्रम में कद्दावर मंत्री भूपेंद्र सिंह सहित तमाम जनप्रतिनिधियों को आना था, लेकिन अलग-अलग कारणों के चलते वहां कोई नहीं पहुंचा। विरोध के चलते हालात बिगड़ने से पहले मौके पर कलेक्टर, एसपी व पुलिस बल पहुंच गया और बाद में बगैर कार्यक्रम किए रघु ठाकुर को वापस जाना पड़ा।
सागर के गोपालगंज-तहसीली इलाके में आईजी कार्यालय के सामने मधुकरशाह वार्ड स्थित पार्क में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री रहे व समाजवादी नेता कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा स्थापित करने के समिति ने कार्यक्रम आयोजित किया था। इसका नेतृत्व देश के समाजवादी नेता व चिंतक माने जाने वाले रघु ठाकुर कर रहे थे। कार्यक्रम शुरु होने से पहले ही यहां पर वार्ड के लोग पार्षद के साथ पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे। लोगों ने यहां गुपचुप मूर्ति लगाने का काम क्यों? को लेकर एक बैनर भी लगा दिया। लोगों ने वरिष्ठ नेता रघु ठाकुर और उनकी टीम को पार्क के अंदर कार्यक्रम स्थल पर तक नहीं जाने दिया। मौके पर विवाद की स्थिति बन गई। रघु ठाकुर ने लोगों का समझाने का प्रयास किया तो पब्लिक की तरफ से सवाल पर सवाल दाग दिए गए। वार्डवासियों का कहना था कि हम कर्पूरी ठाकुर को नहीं जानते, वे बिहार के थे, तो उनकी प्रतिमा बिहार में लगवाईए। हमारे यहां स्वतंत्रता सेनानी मधुकर शाह की प्रतिमा लगवाइये जिनके नाम पर वार्ड का नाम है। यह उनकी कर्मभूमि है। डॉ. हरीसिंह गौर की प्रतिमा लगवाई। मौके पर स्थिति बिगड़ती देख भारी पुलिस बल पहुंच गया। इधर वार्ड में ही रहने वालों ने भाजपा नेता व जिला महामंत्री श्याम तिवारी, पूर्व मंडल अध्यक्ष नीरज बंटी शर्मा पहुंच गए। उन्होंने भी जनता का ही साथ दिया और प्रतिमा लगाने को लेकर कहा कि पार्क को बच्चों के खेलने के लिए होना चाहिए। जिन्हें लोग जानते नहीं उनके वार्ड में बिहार के नेताओ की प्रतिमा से हमें क्या लेना देना।
जातिवाद
की
राजनीति
भी
प्रारंभ
हो
गई
चूंकी
कर्पूरी
ठाकुर
सेन
समाज
से
आते
थे
सो
सागर
में
सेन
समाज
प्रतिमा
स्थापना
समिति
से
जुड़ी
हुई
थी।
पिछड़ा
वर्ग
के
नेता
व
पदाधिकारी
भी
मौजूद
थे,
इस
कारण
मामला
जातिगत
सर्वण
और
पिछड़ा
वर्ग
को
लेकर
राजनीति
शुरु
हो
गई
है।
इसमें
सेन
समाज
ने
भाजपा
के
नेताओं
और
महापुरुषों
की
प्रतिमा
पूर्व
में
लगाने
को
लेकर
भाजपा
नेताओं
का
विरोध
शुरु
कर
दिया
है।
शहर
में
इसको
लेकर
सोशल
मीडिया
पर
जमकर
बहसचल
रही
है।
मंत्री, सांसद, महापौर सभी को आना था, कोई नहीं आया
कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा स्थापना के भूमिपूजन कार्यक्रम में नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह के आने का कार्यक्रम पहले से तय था, लेकिन उन्हें अचानक शहर से बाहर जाना पड़ा और वे सागर में मौजूद न होने से कार्यक्रम स्थल पर नहीं पहुंच सके। सांसद राजबहादुर सिंह आना था, लेकिन उनके भाई का पहले स्वास्थ्य खराब हुआ, अस्पताल में भर्ती थे और दोपहर में उनका निधन हो गया, इस कारण उनका कार्यक्रम भी टल गया था। महापौर संगीता डॉ. सुशील तिवारी सांसद के भाई के निधन के चलते अस्पताल पहुंचे थे, इस कारण वे भी नहीं आ सके। विधायक पहले से ही शहर से बाहर थे। कुल मिलाकर भाजपा से जुड़े जनप्रतिनिधियों व नेताओं में यहां कोई नहीं पहुंच सका।
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समाजवादी
चिंतक
रघु
ठाकुर
आए
बैकफुट
पर
सागर
में
चार
साल
पहले
राममनोहर
लोहिया
की
प्रतिमा
के
विरोध
के
बाद
अब
कर्पूरी
ठाकुर
की
प्रतिमा
लगाने
का
खुलेआम
विरोध
शुरु
हो
गया
है।
सबसे
अहम
बात
सागर
में
सर्वमान्य
समाजवादी
नेता
व
लोकतांत्रिक
समाजवादी
पार्टी
के
राष्ट्रीय
अध्यक्ष
रघु
ठाकुर
निशाने
पर
आ
गए
हैं।
पहली
दफा
बीते
रोज
सार्वजनिक
कार्यक्रम
में
स्थानीय
लोगों
ने
उनका
विरोध
किया
और
जमकर
नारेबाजी
की
है।
समाजवादी
चिंतक
रघु
ठाकुर
आए
बैकफुट
पर
आ
गए
हैं।