Dhar Karam Dam: फूटा नहीं है डैम, इस वजह से बहा बांध का एक हिस्सा.....डूबे पुल
धार, 14 अगस्त: मप्र के धार जिले में कारम नदी पर बने डैम से पानी का बहाव इतना बढ़ गया है कि अब आसपास बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए है। डैम को खाली करने बनाई गए लेफ्ट चैनल से पानी का बहाव बढ़ा, जिसके बाद स्थिति बेकाबू जैसी हो गई। पानी के तेज वेग की वजह से मिटटी की दीवार का कटाव बढ़ता ही गया। डैम से निकल रहे अथाह पानी की वजह से फोर लेन हाइवे भी डूबने के कगार पर है। आपको बता दें कि चार साल से इस डैम का निर्माण कार्य चल रहा था। सरकार के मंत्री मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तिगांव का कहना है कि डैम फूटा नहीं है, उसे खाली करने के लिए काटा गया है।
जिस बात का डर था, वही हुआ...
एमपी के धार जिले के कारम डैम को बचाने की तमाम कोशिशे की गई, लेकिन उन पर पानी फिरता नजर आ रहा है। लगातार चालीस घंटे सरकार के भरपूर प्रयास के बाबजूद बांध के एक हिस्से की मिटटी पानी के फ़ोर्स से बहती गई। इस वजह से पानी निकासी के लिए बनाई गई लेफ्ट चैनल और चौड़ी हो गई। प्रशासन की कोशिश थी कि बगैर किसी नुकसान के बांध को खाली करा दिया जाए, लेकिन रविवार की शाम होते-होते हालात खतरनाक हो गए। लेफ्ट साइड में जिस चैनल से पानी निकल रहा था, वहां की मिट्टी आहिस्ता आहिस्ता खिसकती जा रही थी।
बांध की दीवार का करीब 25 फीट का हिस्सा
बताया जा रहा है कि पानी का फ़ोर्स बढ़ने की बड़ी वजह डैम की दीवार का 25 फीट का बड़ा हिस्सा रहा। डैम से निकल रहे पानी से कई खेत भी डूब गए है। कुछ नजदीकी छोटे गांव डूबने की भी खबर है, हालाँकि इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। बताया जा रहा है कि डैम से निकल रहा यह पानी आगे कारम नदी में बहते हुए नर्मदा के महेश्वर संगम में मिल जाएगा। प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। खाली कराए गए गांव के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रखा गया हैं। जिससे किसी भी तरह के अप्रिय हालात नहीं बने।
18 गांवों पर संकट, मचा हाहाकार
डैम के पानी की जद में आसपास के करीब 18 गांव पर खतरा था। जहां पहले ही सेना, NDRF, SDRF और प्रशासन की टीमों ने अलर्ट जारी कर रखा था। जैसे ही डैम से बहुत ज्यादा मात्र में पानी का बहाव शुरू हुआ तो वैसे ही संबंधित गांवों में हाईअलर्ट कर दिया गया। जिन्होंने गांव खाली नहीं किया, उन्हें फ़ौरन उन जगहों से हटाया गया है।
डूबने की कगार पर फोर लेन हाइवे
कारम नदी के डैम के उस पार फोर लेन हाइवे है। यह AB रोड कहलाता है। मुंबई इंदौर रूट पर सघन यातायात रहता है। पानी के तेज फ़ोर्स की वजह से चौड़े होते जा रहे, डैम के एक हिस्से से पानी निकल रहा है। इस वजह से फोर लेन हाइवे का पुल डूबने की कगार पर है। सुरक्षा के मद्देनजर रास्ते के दोनों छोर से यातायात का आवागमन रोक दिया गया है। इस वजह से वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई है।
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फूटा नहीं है डैम..
वही सरकार की ओर से मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तिगांव द्वारा जानकारी दी गई कि कुछ लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर भ्रामक ख़बर चलायी जा रही है कि डैम फूट गया है। यह बात पूरी तरह से ग़लत और निराधार है। मंत्री राजबर्धन बोले कि विशेषज्ञों द्वारा जलनिकासी के लिए डैम काटा गया है, ताकि जल्दी से जल्दी पानी निकल जाए। हालात लगातार सुधरते जा रहे हैं और आज रात तक या कल सुबह तक स्थिति सामान्य होने की पूरी सम्भावना है। आगे उन्होंने कहा कि गए डैम के साथ खुद की फ़ोटो पोस्ट कर रहा हूँ, ताकि समस्त अफ़वाहों पर पूर्ण विराम लग जाए।