मध्य प्रदेश न्यूज़ के लिए
नोटिफिकेशन ऑन करें  
Oneindia App Download

नहीं मिली लकड़ियां, तो कचरे इकट्ठा कर पत्नी का शव जलाया

By Rahul Sankrityayan
Google Oneindia News

इंदौर। कचरे से बिजली बनाने की बहुत योजनाएं देखी और सुनी गई होंगी लेकिन मध्यप्रदेश के नीमच में कुछ ऐसा हुआ है जो कालाहांडी के बाद फिर से मानवता को शर्मशार कर रही है।

jagdish mp

पीड़ित जगदीश

इंदौर से 270 किलोमीटर की दूरी पर स्थित नीमच के रतनगढ़ गांव में आदिवासी समुदाय के जगदीश भील को अपनी पत्नी का शव जलाने के लिए प्लास्टिक और झाड़ियों का इस्तेमाल करना पड़ा क्योंकि उसके पास लकड़ी खरीदे के लिए पैसे नहीं थे।

किसने लीक की थी संदीप कुमार की सेक्स सीडी, दिल्ली पुलिस ने किया खुलासाकिसने लीक की थी संदीप कुमार की सेक्स सीडी, दिल्ली पुलिस ने किया खुलासा

jagdish mp

जगदीश की पत्नी नोजीबाई की चिता की राख

इतना ही नहीं गांव की पंचायत ने भी इस मामले में जगदीश की कोई मदद नहीं की। ऐसे में पत्नी की मौत से दुखी जगदीश ने चिता के लिए प्लास्टिक और कचरे जमा करता रहा।

शुक्रवार को हुई पत्नी की मौत

madhya pradesh

चिता सजाता जगदीश और उसके परिजन

बताया जा रहा है कि घटना बीते शुक्रवार ( 2 अगस्त ) की बताई जा रही है। इतना ही नहीं जिन लोगों ने जगदीश को प्लास्टिक इकट्ठा करते हुए देखा तो उसे सलाह दी कि पत्नी की लाश को पास की नदी में फेंक दे।

PM मोदी का मुरीद हुआ चीन, राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने की तारीफ, कहा- एनर्जी सेक्टर में उठाए अच्छे कदमPM मोदी का मुरीद हुआ चीन, राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने की तारीफ, कहा- एनर्जी सेक्टर में उठाए अच्छे कदम

जगदीश के मुताबिक उसकी पत्नी नोजीबाई का देहांत शुक्रवार सुबह हुआ।

दाह संस्कार के लिए लकड़ियों का इंतजाम करने के लिए रतनगढ़ गए लेकिन वहं के ग्राम प्रधान से उसे जवाब मिला कि वो इस मामले में कुछ नहीं कर सकते क्योंकि उनके पास पर्याप्त पैसे नहीं थे।'

एक ने कहा लाश नदी में फेंक दो

jagdish mp

(घर के दरवाजे पर बैठा जगदीश)

जगदीश के परिवार ने कई लोगों से मदद मांगी और लोगों ने अलग अलग तरीके बताए। जगदीश के भाई के अनुसार एक जन ने यहां तक कह दिया कि जब पैसे नहीं है तो शव नदी में बहा दो।

समझौते के लिए तैयार नहीं हुई बलात्कार पीड़िता तो काट दी उंगलियां?

कई लोग रास्ते से गुजरे लेकिन कोई मदद को आगे नहीं आया। जगदीश ने बताया जब कहीं से मदद की कोई आस नहीं दिखी तो हमने शव दफ्न करने का फैसला लिया।

उसने बताया कि हालांकि जब वो खुदाई करने जा रहे थे तभी किसी सामाजिक कार्यकर्ता ने हमसे मुलाकात की और उनकी मदद से बिखरी लकड़ियां और दूसरी चीजें इकट्ठा कर शव को जलाया गया।

यहां भी देर हो गई

वहीं हर मामले में देर रहने वाला प्रशासन इस मामले में भी लेट लपेट ही आया।

वीएचपी ने युवा गौ-रक्षकों को बताया आखिर कैसे निपटें पशु तस्करों से?वीएचपी ने युवा गौ-रक्षकों को बताया आखिर कैसे निपटें पशु तस्करों से?

जब इसकी खबर अधिकारियों तक पहुंची तो आनन फानन में लकड़ियां भेजी गईं लेकिन तब तक चिता जल चुकी थी।

नीमच के जिलाधिकारी रजनीश श्रीवास्तव के अनुसार जिम्मेदार लोगों को नोटिस भेजा गया है, हमें देरी हुई लेकिन हमने लकड़ियां पहुंचा दी।

Comments
English summary
In madhya pradesh man collects garbage to burned his wife 's body.
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें
For Daily Alerts
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
X