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पूर्व डकैत मलखान सिंह की पत्नी निर्विरोध बनी सरपंच

गुना की सुनगयाई ग्राम पंचायत से पूर्व डकैत मलकान सिंह की पत्नी ललिता सिंह निर्विरोध सरपंच चुनी गई है, ग्राम पंचायत के 12 वार्ड से भी सभी पंच महिला ही निर्विरोध चुनी गई है।

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गुना, 9 जून। गुना जिले के सुनगयाई ग्राम पंचायत से पूर्व डकैत मलखान सिंह की पत्नी ललिता निर्विरोध सरपंच चुनी गई है। इसी ग्राम पंचायत से पूर्व डकैत मलखान सिंह ने भी नामांकन दाखिल किया था लेकिन मलखान सिंह ने अपना नामांकन वापस ले लिया। इसके बाद सिर्फ ललिता का ही नामांकन सरपंच पद के प्रत्याशी के लिए शेष रह गया था। इस तरह ललिता निर्विरोध सरपंच बन गई है। इसके अलावा इसी ग्राम पंचायत के 12 वार्ड में 12 महिलाएं भी निर्विरोध रूप से पंच चुनी गई हैं। इस तरह पूरी ग्राम पंचायत पर महिलाओं का दबदबा है।

malkhan singh
पूर्व डकैत मलखान सिंह ने भरा था नामांकन
सुनगयाई ग्राम पंचायत से सरपंच प्रत्याशी के तौर पर पूर्व डकैत मलखान सिंह ने नामांकन दाखिल किया था। इसके साथ ही उनकी पत्नी ललिता ने भी इसी ग्राम पंचायत से सरपंच प्रत्याशी के लिए नामांकन दाखिल किया था, लेकिन ऐन वक्त पर समय सीमा खत्म होने से पहले ही डकैत मलखान सिंह ने अपना नामांकन वापस ले लिया। इस तरह सरपंच पद के लिए चुनाव मैदान में सिर्फ उनकी पत्नी ललिता का नामांकन ही शेष रह गया और भी निर्विरोध सरपंच चुन ली गई।
पंचायत के लिए मलखान सिंह के नाम पर बन गई थी सहमति
ग्राम पंचायत के लोगों ने पूर्व डकैत मलखान सिंह के नाम पर ही सरपंच पद के लिए सहमति पहले ही बना दी थी। फिर सब ने एक राय होकर पूरी ग्राम पंचायत को महिला ग्राम पंचायत बनाने के लिए मलखान सिंह की पत्नी ललिता सिंह पर सहमति जता दी। मलखान सिंह को डर था कि अगर ललिता सिंह का नामांकन रद्द हो गया तो सीट रिक्त रह जाएगी इसलिए उन्होंने खुद भी इसी ग्राम पंचायत से सरपंच प्रत्याशी के लिए नामांकन दाखिल किया था, लेकिन मलखान सिंह और उनकी पत्नी ललिता दोनों की ही नामांकन स्वीकार कर लिए गए। इसके बाद मलखान सिंह ने अपना नामांकन वापस ले लिया।
30 साल पहले मलखान सिंह इसी पंचायत से रह चुके हैं सरपंच
पूर्व डकैत मलखान सिंह 30 साल पहले इसी ग्राम पंचायत से सरपंच रह चुके हैं। डकैत मलखान सिंह कहते हैं कि ग्राम पंचायत का विकास करना उनकी प्राथमिकता में हमेशा से शामिल रहा है। वे हमेशा से ही इस ग्राम पंचायत के विकास के लिए प्रयासरत रहे हैं।
आत्मसमर्पण के बाद इसी गांव में दी गई थी मलखान सिंह को जमीन
मलखान सिंह ने जब डकैत जीवन को त्यागते हुए सरकार के सामने आत्मसमर्पण किया था तो सरकार ने उनके पुनर्वास के लिए इसी गांव में जमीन दी थी। मलखान सिंह ने अपने अच्छे व्यवहार की वजह से गांव वालों का दिल जीत लिया और इसके बाद वे इस गांव के सरपंच भी बन गए थे।
ग्राम पंचायत के 12 वार्ड में निर्विरोध चुनी गई 12 पंच
सुनगयाई ग्राम पंचायत पूरी तरह महिलाओं को समर्पित रही है। ग्राम पंचायत के 12 वार्ड में 12 महिला उम्मीदवार खड़ी की गईं। खास बात यह रही कि इन महिला उम्मीदवारों को निर्विरोध रूप से चुना गया है। सभी 12 महिला उम्मीदवारों के सामने एक भी नामांकन दाखिल नहीं किया गया। इस तरह 12 वार्ड में महिला पंच समेत अब ग्राम पंचायत की सरपंच भी महिला ही है।
निर्विरोध चुनाव संपन्न होने पर मिलेगा 15 लाख का इनाम
किसी ग्राम पंचायत में अगर निर्विरोध चुनाव संपन्न होता है तो उस पंचायत को 15 लाख रुपए की राशि इनाम के तौर पर दी जाएगी। ऐसा घोषणा सरकार कर चुकी है। ग्राम पंचायत सुनगयाई में सरपंच और पंच सभी पद महिलाओं के हिस्से में आए हैं। इसके साथ ही सभी प्रत्याशी निर्विरोध चुने गए हैं इसलिए अब इस पंचायत को ₹1500000 इनाम मिलने की भी उम्मीद है।
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English summary
former dacoit malkhan singh's wife became unopposed sarpanch of gram panchayat in guna, all women panch also unopposed
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