बैतूलः जज को महिला ने पुड़िया में दिया था सामान और आटे में मिलाकर कहा था खाने को, पिता-पुत्र दोनों की मौत
बैतूल। मध्य प्रदेश के बैतूल जिले के अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश महेंद्र कुमार त्रिपाठी और उनके बेटे अभियनराज मोनू की मौत हो गई है। इस मामले में पुलिस ने रीवा व छिंदवाड़ा से एक महिला सहित पांच लोगों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। शुरुआती छानबीन में पता चला है कि एक महिला त्रिपाठी की संपर्क में थी और उसने एक पुड़िया में कोई सामग्री भेजी थी। उस सामग्री को आटे में मिलाकर खाने केा कहा गया था। उक्त महिला जो एक एनजीओ की संचालिका भी है और त्रिपाठी को समस्याओं के निदान के लिए तंत्र-मंत्र और पूजा पाठ का परामर्श देती रहती थी।
अचानक से पिता-पुत्र की तबीयत हुई थी खराब
पिता-पुत्र की अचानक तबीयत खराब होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मजिस्ट्रेट और उनके बेटे की संदिग्ध अवस्था में मौत के बाद हड़कंप मचा हुआ है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक एडीजे महेंद्र कुमार त्रिपाठी की रविवार सुबह इलाज के दौरान एलिक्सिस अस्पताल में मौत हो गई। जबकि उनके बेटे ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया था।
बेटे ने रास्ते में ही तोड़ दिया था दम
बैतूल की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रद्धा जोशी के मुताबिक जज पिता और उनके बेटे को बीते 23 तारीख को पाढर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। वहां पिता-पुत्र को फूड प्वाइजनिंग होने की जानकारी मिली थी। दोनों की हालत खराब होने पर नागपुर रेफर किया गया था। अस्पताल ले जाते समय बेटे की रास्ते में ही मौत हो गई थी। जबकि जज पिता ने अस्पताल में दम तोड़ा है।
खाना खाने के बाद खराब हुई थी तबीयत
एएसपी के मुताबिक मजिस्ट्रेट महेंद्र कुमार त्रिपाठी और उनके बेटे की 20 जुलाई को खाना खाने के बाद ही तबियत खराब हो गई थी। पुलिस को इस बात का शक है कि मजिस्ट्रेट और उनके बेटे और परिवार ने जो चपातियां खाई थीं। उससे उन्हें फूड प्वाइजनिंग हुई थी। मजिस्ट्रेट और उनके दोनों बेटों ने ही चपातियां खाई थीं, जबकि उनकी पत्नी ने चपाती नहीं खाई थी।
पत्नी ने बनाया था खाना
एएसपी ने बताया कि पुलिस इस मामले में मजिस्ट्रेट के घर में रखे आटे की सैम्पलिंग करेगी, वहीं बिसरा भी जांच के लिए भेजा जाएगा। नौकर के मुताबिक मजिस्ट्रेट की पत्नी और उनके दोनों बेटे कुछ दिन पहले ही इंदौर से आए थे। उस रात खाना मजिस्ट्रेट की पत्नी ने ही बनाया था। पुलिस ने मजिस्ट्रेट के आवास से आटे की थैली, इलाज में उपयोग की गई इंजेक्शन की सिरिंज जब्त की है
दूसरे बेटे ने एक महिला पर लगाया आरोप
जज त्रिपाठी के बेटे आशीष राज त्रिपाठी ने संवाददाताओं को बताया कि संध्या सिंह उसके पिता से बीते 10 वर्ष से संपर्क में थी। उक्त महिला ने ही इम्यूनिटी पावर बढ़ाने के लिए पिता को एक पाउडर दिया था। साथ ही आटा भी संध्या सिंह लेकर आयी थी। आशीष के मुताबिक उसके पिता ने पाढर अस्पताल जाते समय उसे संध्या सिंह द्वारा पाउडर एवं आटा देने की बात बताई थी। पाउडर को आटे में मिलाकर बनाई गई रोटियां खाने से पिता सहित दोनों भाईयों की हालत बिगड़ी थी।