बालाघाट के शहीद चंद्रशेखर आजाद मैदान में सात करोड़ 26 लाख की लागत से बनेगा एस्ट्रोटर्फ ग्राउंड
बालाघाट। मध्यप्रदेश के बालाघाट में खेला जाने वाली अखिल भारतीय स्वर्ण कप गोल्ड हॉकी प्रतियोगिता देश में दूसरे नंबर की प्रतियोगिता और इसे नंबर वन में पहुंचाने के लिए खेल प्रेमी व हॉकी खिलाड़ी लंबे समय से टर्फ मैदान निर्माण की मांग कर रहे थे। इतना ही नहीं लगातार टर्फ मैदान निर्माण के लिए कई मर्तबा घोषणा भी हुई, लेकिन ये घोषणा सिर्फ कोरी घोषणा की साबित हुई थी जिसे लेकर काफी निराशा थी लेकिन ये निराशा अब हकीकत में दूर हो गई है।
नगर पालिका के शहीद चंद्रशेखर आजाद मैदान में सात करोड़ 26 लाख की लागत से एस्ट्रोटर्फ मैदान बनेगा। इसके लिए मध्यप्रदेश शासन के पूर्व कृषि मंत्री व बालाघाट विधायक गौरीशंकर बिसेन व आयुष राज्यमंत्री रामकिशोर नानो कावरे ने भूमिपूजन किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक ने इस अवसर पर उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि वर्ष 2021 बालाघाट जिले के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। इस वर्ष के प्रदेश के बजट में बालाघाट जिले के लिए ढेर सारी उपलब्धियां मिली है। इनमें हाकी का एस्ट्रोटर्फ मैदान भी शामिल है। इस मैदान के लिए सात करोड़ 26 लाख रुपये की राशि का बजट में प्रावधान कर दिया गया है।
अब प्रयास किया जाएगा कि एस्ट्रोटर्फ मैदान जल्द से जल्द बनकर तैयार हो और इसमें राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर की हाकी प्रतियोगिता का आयोजन हो। आज हाकी के एस्ट्रोटर्फ मैदान के लिए भूमिपूजन किया गया है और इसके साथ ही हमारी वर्षों पुरानी परिकल्पना साकार होने जा रही है। हमारा प्रयास होगा कि यह मैदान गुणवत्ता के साथ समय सीमा में बनाया जाए।
इच्छा शक्ति हो तो कोई काम असंभव नहीं
कार्यक्रम के अध्यक्ष मध्यप्रदेश शासन के राज्यमंत्री आयुष स्वतंत्र प्रभार व जल संसाधन विभाग ने कहा कि कोई भी काम असंभव नहीं होता है। मन में दृढ़ इच्छा शक्ति हो तो हर काम को कराना मुमकिन है। सातनारी जलाशय, चार ओवर ब्रिज व एस्ट्रोटर्फ मैदान के लिए प्रदेश सरकार के बजट में राशि का इंतजाम कराना ऐसे ही काम है जो आज मुमकिन हो गए है।
बालाघाट में हाकी के एस्ट्रोटर्फ मैदान निर्माण के लिए जिन लोगों ने भी अब प्रयास किया है वे सभी बधाई के पात्र है। हाकी का एस्ट्रोटर्फ मैदान अच्छी गुणवत्ता का बनाने के लिए पूरा प्रयास किया जाएगा। नीले रंग का एस्ट्रोटर्फ बनाने से यहां पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता का आयोजन हो सकेगा।