यूपी में बदली वरुण गांधी की चाल, भाजपा की बढ़ी मुश्किलें
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में भाजपा के फायर ब्रांड नेता वरुण गांधी पार्टी के लिए बड़ी चुनौती बनते दिख रहे हैं। हाल ही में जिस तरह से उन्होंने सियासी चलकदमी शुरु की है वह चर्चा का विषय बना हुआ है। वरुण गांधी हाल ही में दो दिन के लिए इलाहाबाद के दौरे पर थे, इस दौरे की पूरी रिपोर्ट को आला कमान ने तलब किया है।
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वरुण के इस दौरे की वीडियो फुटेज और अखबारों में छपी खबरों की कटिंग को मांगा गया है। मौजूदा केंद्र सरकार के दो साल पूरे हो गये हैं और पूरी पार्टी, सांसद सरकार के कामों की सराहना कर रही है। लेकिन वरुण गांधी ने इलाहाबाद के दौरे पर इस तरह के किसी भी सराहना से दूरी बनाये रखी।
वरुण गांधी ने भाजपा के अधिकृत कार्यक्रमों से दूरी बनाये रखी है। यही नहीं वरुण गांधी के समर्थक उनके समर्थन में सीएम फॉर यूपी का नारा लगा रहे हैं और उनकी ब्रांडिंग अलग से की जा रही है। ऐसे में वरुण गांधी की गतिविधियों की पूरी जानकारी भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को भेजी है।
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वहीं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या का कहना है कि वह कई दिनों से इलाहाबाद में नहीं है इसलिए उन्हें वरुण गांधी के दौरे के बारे में कोई भी जानकारी नहीं है। यहां गौर करने वाली बात यह है कि हाल ही में वरुण गांधी की मां मेनका गांधी ने सोनिया गांधी से मुलाकात की थी और उनकी तारीफ भी की थी।
बहरहाल यूपी में वरुण गांधी को एक मुखर नेता के तौर पर देखा जाता है। लेकिन वरुण गांधी जिस तरह से अपनी सियासी चाल को चुनाव से पहले बदल रहे हैं वह पार्टी के लिए मुश्किल का सबब बन सकती है। भाजपा पहले ही उत्तर प्रदेश में एक मुखर चेहरे की तलाश कर रही है जिसके नाम पर वह प्रदेश के नेताओं को एक नेतृत्व दे सके और पार्टी को एक बार फिर से प्रदेश में खड़ा कर सके।