अखिलेश व राज्यपाल में फिर ठनी, राम नाईक ने पीएम व राष्ट्रपति को लिखा पत्र
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बीच तकरार कम होने का नाम नहीं ले रही है। एक बार फिर से राम नाईक ने प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति को अखिलेश यादव के खिलाफ पत्र लिखा है।
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डीजीए की कैग ऑडिट के लिए लिखा पत्र
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण की कैग से अंकेक्षण कराए जाने की अनुमति देने से इनकार करने पर राम नाईक ने पीएम व राष्ट्रपति को पत्र लिखा है। राम नाईक ने संवैधानिक नियमों का हवाला देते हुए पत्र में लिखा है कि हर उस संस्था का कैग ऑडिट कर सकता है जहां भारत का संगठित पैसा आता है। डीजीए में 2 फीसदी स्टैंप का भी पैसा आता है।
पहले भी लिख चुके हैं पत्र
नाईक इससे पहले भी अखिलेश सरकार के खिलाफ पत्र लिख चुके हैं। प्रदेश की कानून व्यवस्था व लोकायुक्त की नियुक्ति के मामले में भी राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था। इसके अलावा नाईक ने अखिलेश सरकार से प्रदेस में तमाम अवैध कब्जें की जानकारी मांगी थी, इसके साथ ही इन जमीनों की मौजूदा कीमत की भी जानकारी मांगी थी।
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तीन बार लिखा पत्र, नहीं मिला जवाब
सूत्रों की मानें तो नाईक ने 26 अगस्त को राष्ट्रपति को लिखे अपने पत्र में कहा था कि उन्होंने इस साल मई व जुलाई के बीच अखिलेश यादव को तीन बार पत्र लिखा था लेकिन कैग की ऑडिट से इनकार कर दिया गया। अपने 10 पेज के पत्र में नाईक ने लिखा है कि कैग हर उस संस्था का अंकेक्षण कर सकती है जहां भारत का समेकित धनकोष आता है। बहरहाल देखने वाली बात यह है कि राज्यपाल के इस पत्र के बाद अखिलेश यादव इस मुद्दे पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं।