केसी त्यागी के अमर्यादित बोल: महिलाओं को घूरना अपराध लेकिन देखना सौंदर्य का सम्मान
लखनऊ। हाल-फिलहाल में देश के बड़े नेताओं की तरफ से महिलाओं पर दिए गये बयान खासा चर्चा में रहे हैं। चाहें वो शरद यादव हो या फिर गोवा के मुख्यमंत्री पारसेकर या फिर कोई और, हर कोई महिलाओं पर विवादित बयान देकर सुर्खियों में रहा। इस बार लिस्ट में जनता दल युनाइटेड के प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद केसी त्यागी का नाम जुट गया है।
उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले के रामा विश्वविद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम मे त्यागी ने कहा कि 'महिलाओं को घूरना अपराध है लेकिन उन्हें देखना सौंदर्य का सम्मान है'। त्यागी के इस बयान को लेकर बवाल शुरु हो गया है और महिलाओं ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अपने इस बयान पर त्यागी का कहना है कि उन्होंने कुछ गलत नहीं कहा बस कुछ लोग जान बूझकर मामले को तूल दे रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक हापुड़ में पिलखुवा के रामा विश्वविद्यालय में शिक्षकों के सम्मान में आयोजित एक कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएं भी मौजूद थीं। यहां अपने भाषण में राज्यसभा सांसद त्यागी ने कहा, "महिलाओं को घूरना अपराध है, लेकिन उन्हें देखना सौंदर्य का सम्मान है। देश के प्राचीन कवियों ने भी महिलाओं के सौंदर्य का वर्णन किया है।"
उन्होंने कहा कि संसद भवन में फिल्म अदाकारा और सांसद उनके पीछे बैठती हैं, जिन्हें वह अक्सर देखते रहते हैं। तब हालांकि उनके इस बयान को किसी ने खास तवज्जो नहीं दी, लेकिन बयान चर्चा में आने के बाद आज कई महिला संगठनों ने उनकी कड़ी आलोचना की है।
भाजपा महिला मोर्चा की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश कार्यकारिणी की सदस्य लज्जारानी गर्ग ने कहा, "यह बयान त्यागी और उनके दल की मानसिकता को दर्शाता है। देश में प्राचीन काल से ही महिलाओं को मां के रूप में देखा गया है। मां के शरीर की सुंदरता नहीं देखी जाती, बल्कि उसका स्नेह देखा जाता है। इस मामले में महिला आयोग और कानून को अपना काम करना चाहिए।"