मायावती ने आखिर क्यों कहा- दलितों व उपेक्षितों में स्वार्थी लोगों की कमी नहीं
बसपा सुप्रीमों रविवार को अपने रिश्तेदारों व कुछ दलित लोगों पर निशाना साधते दिखी। ऐसे लोगों को स्वार्थी बताते हुए उन्होंने उन पर फर्जी कागजी संगठन चलाने का आरोप भी लगाया।
लखनऊ, 17 जुलाई: बसपा अध्यक्ष मायावती ने पार्टी में रहकर उसके खिलाफ काम करने वालों पर निशाना साधते हुए अपना दर्द बयां किया है। मायावती ने अपने रिश्तेदारों और कुछ दलित लोगों पर बरसीं तो वहीं अपने भाई आनंद की जमकर तारीफ भी की। मायावती ने आरोप लगाया कि जातिवादी ताकतें पर्दे के पीछे से साजिश करती रहती हैं। उन्होंने पार्टी के समर्थकों से सावधान रहने की अपील की।
स्वार्थी लोगों की कमी नहीं मायावती ने ट्विट कर कहा कि दलित व उपेक्षितों में भी स्वार्थी लोगों की कमी नहीं है। जिसमें मेरे कुछ रिश्तेदार भी है व एक ऐसा है जो मेरी गैरहाजिरी में मेरे दिल्ली निवास पर सीबीआई छापे के बाद परिवार सहित चला गया। तबसे छोटा भाई आनंद सरकारी नौकरी छोड़कर परिवार के साथ मेरी सेवा व पार्टी कार्य में लगा है।
स्वार्थ
साधने
में
लगे
लोग
मायावती
ने
कहा
कि
स्वार्थी
लोगों
की
कमी
नहीं
है।
इनमें
खासकर
बामसेफ
व
डीएस4
आदि
के
नाम
पर
अनेकों
प्रकार
के
कागजी
संगठन
बनाए
हुए
हैं
जो
सामाजिक
चेतना
पैदा
करने
की
आड़
में
अपना
स्वार्थ
सिद्ध
कर
रहे
हैं।अब
यही
कार्य
बीएसपी
में
कुछ
निष्क्रिय
हुए
लोग
भी
दूसरे
तरीके
से
कर
रहे
हैं।
यूपी: मायावती सरकार की APS भर्ती में धांधली का मामला खुला, 6 का चयन निरस्त
बीएसपी
को
कमजोर
करने
के
लिए
साजिश
बसपा
सुप्रीमों
ने
कहा
कि
बीएसपी
को
कमजोर
करने
हेतु
जातिवादी
शक्तियां
पर्दे
के
पीछे
से
षडयन्त्र
करती
रहती
हैं।
साथ
ही,
उनसे
कागजी
पार्टियां
बनवाकर
चुनाव
में
दलित
व
शोषितों
का
वोट
बांटने
की
घातक
कोशिश
करती
हैं।
ऐसे
में
पार्टी
व
मूवमेन्ट
के
हित
में
इन
सभी
से
सावधान
रहने
की
अपील।