महज 5 साल की उम्र और 9वीं कक्षा में मिला दाखिला, बना सकती हैं लिम्का रिकॉर्ड
लखनऊ। जिस उम्र में आपके बच्चे आईसक्रीम खाने वे घूमने की जिद करते है उस उम्र में महज पांच साल की अनन्या नौवीं कक्षा में दाखिला पा गयी है। अपनी अद्भुत प्रतिभा के दम पर लखनऊ की अनन्या का नाम जल्द ही लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में शामिल हो सकता है।
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तोड़ देंगी अपनी ही बहन का रिकॉर्ड
लखनऊ की अनन्या वर्मा को आधिकारिक रूप से नौंवी कक्षा में दाखिला दे दिया गया है। अनन्या की उम्र चार वर्ष 8 महीने व 21 दिन है। ऐसे में वह महज दो साल के भीतर अगर वह पास हुई तो हाई स्कूल की बोर्ड की परीक्षा देंगी। अगर अनन्या बोर्ड की परीक्षा अगले दो साल में देती हैं तो वह अपनी ही बहन सुषमा वर्मा के रिकॉर्ड को तोड़ देंगी, जिनके नाम महज सात साल की उम्र हाई स्कूल की बोर्ड परीक्षा देने का रिकॉर्ड है।
प्रशासन ने भी दिया हौसले को बढ़ावा
अनन्या की बहन ने लखनऊ के सेंट मीरा इंटर कॉलेज से वर्ष 2007 में दसवी की बोर्ड की परीक्षा पास की थी। वहीं अनन्या के दाखिले की डीआईओएस उमेश त्रिपाठी ने तारीफ करते हुए कहा कि अनन्या के दाखिले को कोई नहीं रोक सकता है। उन्होंने कहा कि बोर्ड घर से पढ़ाई की इजाजत सिर्फ कक्षा आठ तक ही देता है। लेकिन अब जब अनन्या फर्राटेदार हिंदी बोलती है और कक्षा नौंवी की किताब को बहुत ही आसानी से पढ़ सकती हैं, लिहाजा वह दाखिले की हकदार हैं।
माता-पिता गरीब
अनन्या का जन्म 1 दिसंबर 2011 में हुआ था, उनके पिता तेज बहादुर बाबा साहब भीमराव अंडेकर यूनिवर्सिटी में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हैं, जबकि उनकी मां छाया देवी पढ़ लिख नहीं सकती हैं।
बहन और भाई भी बना चुके हैं रिकॉर्ड
अनन्या के भाई महज 14 वर्ष की उम्र में बीसीए की डिग्री हासिल कर चुके हैं, जबकि सुषमा 15 वर्ष की उम्र में बीबीएयू में पीएचडी कर रही है। सुषमा का नाम महज 7 वर्ष 3 महीने और 28 दिन की उम्र में हाई स्कूल पास करने की वजह लिम्का बुक में दर्ज है। सुषमा ने 13 वरष की उम्र में तीन वर्ष पहले बीएससी की डिग्री हासिल की थी।
पिता ने बताया बेटी को अद्भुत
अनन्या के पिता तेजबहादुर का कहना है कि अनन्या जब सिर्फ 21 महीने की थी तो रामायण, सुंदर कांड पढ़ती थी। हमने उशे कभी भी पढ़ने के लिए दबाव नहीं डाला, हम पर प्रभु की कृपा है।
प्रिंसिपल भी हैं प्रतिभा से चकित
अनन्या की स्कूल प्रिंसिपल अनीता रात्रा भी काफी चकित हैं। उन्होंने कहा कि अनन्या हमारे पास जून माह में दाखिले के लिए आयी थी, तब मैंने उसे पेपर पढ़ने को कहा जो उसने बहुत ही आसानी से पढ़ा, वह अद्भुत प्रतिभा की धनी है। वह बहुत जल्दी चीजें सीख लेती है।