'ऑक्सीजन की कमी से मौतें नहीं होने का दावा करना अति दुर्भाग्यपूर्ण', मायावाती ने कहा
'ऑक्सीजन की कमी से मौतें नहीं होने का दावा करना अति दुर्भाग्यपूर्ण', मायावाती ने कहा
लखनऊ, 22 जुलाई: कोरोना महामारी की दूसरी लहर में 'ऑक्सीन की कमी से नहीं हुई कोई मौत', केंद्र सरकार के इस जवाब के बाद राजनीति तेज हो गई है। अखिलेश-प्रियंका के बाद अब बीएसपी अध्यक्ष व यूपी की पूर्व सीएम मायावती ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। मायावती ने कहा, 'ऑक्सीजन की कमी से मौतें नहीं होने का दावा करना अति दुर्भाग्यपूर्ण व अति-दुःखद।' उन्होंने कहा कि ऐसे मिथ्या बयानों से जनता में केन्द्र के प्रति अविश्वास भी पैदा हो रहा है।
केंद्र
के
प्रति
हो
रहा
है
अविश्वास
पैदा:
मायावती
बीएसपी
अध्यक्ष
मायावती
ने
गुरुवार
22
जुलाई
को
ट्वीट
करते
हुए
कहा,
'भारत
में
ऑक्सीजन
की
कमी
से
कोरोना
की
दूसरी
लहर
में
खासकर
जो
अफरातफरी
व
मौतें
आदि
हुई।
तो
उससे
निपटने
के
लिए
केन्द्र
सरकार
को
विदेशी
सहायता
तक
भी
लेनी
पड़ी,
यह
किसी
से
भी
छिपा
नहीं
है,
फिर
भी
ऑक्सीजन
की
कमी
से
मौतें
नहीं
होने
का
दावा
करना
अति
दुर्भाग्यपूर्ण
व
अति-दुःखद।'
मायवती
ने
दूसरे
ट्वीट
मे
कहा
कि
ऐसे
मिथ्या
बयानों
से
जनता
में
केन्द्र
के
प्रति
अविश्वास
भी
पैदा
हो
रहा
है
कि
आगे
कोरोना
की
तीसरी
लहर
अगर
आई
तो
क्या
होगा?
जबकि
केन्द्र
एवं
राज्य
सरकारों
की
भी
प्राथमिकता
व
उत्तरदायित्व
जनता
के
प्रति
शत-प्रतिशत
होना
चाहिए
व
राजनैतिक
एंव
सरकारी
स्वार्थ
के
प्रति
कम।
क्या
कहा
प्रियंका
गांधी
ने
प्रियंका
गांधी
ने
सोशल
मीडिया
साइट
फेसबुक
पर
ऑक्सीजन
की
कमी
से
हुई
मौतों
की
कुछ
तस्वीरें
शेयर
की
है।
तस्वीरें
शेयर
करते
हुए
प्रियंका
गांधी
ने
लिखा,
''ऑक्सीजन
की
कमी
से
कोई
मौत
नहीं
हुई:
केंद्र
सरकार'
मौतें
इसलिए
हुईं
-
क्योंकि
महामारी
वाले
साल
में
सरकार
ने
ऑक्सीजन
निर्यात
700%
तक
बढ़ा
दिया
-
क्योंकि
सरकार
ने
ऑक्सीजन
ट्रांसपोर्ट
करने
वाले
टैंकरों
की
व्यवस्था
नहीं
की
-
एंपावर्ड
ग्रुप
और
संसदीय
समिति
की
सलाह
को
नजरंदाज
कर
ऑक्सीजन
उपलब्ध
कराने
का
कोई
इंतजाम
नहीं
किया
-
अस्पतालों
में
ऑक्सीजन
प्लांट
लगाने
में
कोई
सक्रियता
नहीं
दिखाई।'
राज्यसभा
में
केंद्र
ने
जारी
किया
था
बयान
दरअसल,
केंद्रीय
स्वास्थ्य
मंत्रालय
की
तरफ
से
राज्यसभा
में
मंगलवार
को
कहा
गया
कि
कोरोना
काल
के
दौरान
ऑक्सीजन
की
कमी
की
वजह
से
एक
भी
मौत
नहीं
हुई।
ये
बयान
राज्यसभा
में
केंद्रीय
स्वास्थ्य
मंत्रालय
की
तरफ
से
बयान
जारी
किया
गया
था।
स्वास्थ्य
मंत्रालय
ने
कहा
कि
किसी
भी
राज्य
या
फिर
केंद्र
शासित
प्रदेश
ने
यह
नहीं
बताया
कि
कोई
भी
मौत
ऑक्सीजन
की
कमी
के
चलते
हुई
है।