दिवाली से पहले सीएम योगी का तोहफा, सोरों शूकर क्षेत्र को तीर्थस्थल घोषित किया, CMO ने दी जानकारी
लखनऊ, 28 अक्टूबर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कासगंज स्थित पवित्र शूकर क्षेत्र-सोरों को तीर्थस्थल घोषित करने का निर्णय लिया है। सनातन आस्थावलम्बी इसको लेकर दशकों से मांग कर रहे थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को सोरों शूकर क्षेत्र के निवासियों को दीपावली का तोहफा दिया है। गुरुवार को मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर इस संबंध में जानकारी दी।
बता दें, तीर्थस्थल घोषित कराने के लिए सोरों शूकर क्षेत्र में महीनों से तीर्थनगरी के वासियों और साधु-संतों द्वारा लगातार आमरण अनशन और आंदोलन किया जा रहा था। कासगंज की तीर्थनगरी सोरों को आज तीर्थस्थल का दर्जा मिल गया है। इसको लेकर सोरों शूकर क्षेत्र के लोग काफी खुश हैं। वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद दे रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को सोरों शूकर क्षेत्र के निवासियों को दीपावली का तोहफा दे दिया है।
योगी सरकार का दिवाली गिफ्ट, कर्मचारियों को बोनस का ऐलान
तीर्थ स्थल के रूप में इस प्राचीन एवं पवित्र तीर्थ को संरक्षण मिलने से उसके अन्तर्गत आने वाले अनेकों छोटे-छोटे तीर्थों के जीर्णोद्धार में आसानी होगी। साथ ही चक्रतीर्थ, योगतीर्थ, सूर्यतीर्थ, सोमतीर्थ एवं साकोटकतीर्थ आदि को भी लाभ होगा। ब्रजक्षेत्र स्थित सूकर क्षेत्र, सोरो, कासगंज भारत का आदितीर्थ है। विभिन्न पुराणों में सोरों सूकर क्षेत्र का महत्व बताया गया है। माना जाता है कि सोरों शूकर क्षेत्र में भगवान विष्णु के तीसरे अवतार के रूप में श्री बराह भगवान की निर्वाण स्थली है। सोरों शूकर क्षेत्र के अन्तर्गत जो कुंड (हरिपदी गंगा) है, यह वही स्थान है, जहां भगवान श्री बराह ने स्वर्गारोहरण किया था और तभी से इस कुंड में मृत्यु के पश्चात अस्थियों का विसर्जन किया जाता है। सोरों शूकर क्षेत्र को मोक्ष प्रदान करने वाले तीर्थ के रूप में माना जाता है। शूकर क्षेत्र संयुक्त विकास मोर्चा के संयोजक ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी ने सोरोंजी की जनभावनाओं का सम्मान करते हुए इस पौराणिक स्थल को तीर्थस्थल घोषित करने का सराहनीय निर्णय किया है। इसके लिए सोरोंजी क्षेत्र की जनता उनकी आभारी है। इससे पहले योगी सरकार ने अपने कर्मचारियों और पेंशनरों को दिवाली पर बोनस देने का ऐलान किया है। सरकार ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। योगी सरकार के इस फैसले का प्रदेश के लाखों कर्मचारियों और पेंशनरों को फायदा मिलेगा। ये बोनस उन सभी कर्मचारियों को मिलेगा, जिन्होंने 31 मार्च 2021 तक अपनी सेवा के कम से कम एक साल पूरे कर लिए होंगे।