अखिलेश यादव ने शायराना अंदाज में भाजपा सरकार को घेरा, लिखा- 'हम माटी में जा लिपटेंगे..वो क्या..'
लखनऊ। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा बनाए नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान पिछले 13 दिनों से सड़क पर है और आज (08 दिसंबर) उन्होंने भारत बंद बुलाया है। इस भारत बंद को देश के प्रमुख राजनीतिक दलों ने अपना-अपना समर्थन दिया है। तो वहीं, उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शायराना अंदाज में सरकार को घेरा है। बता दें कि, सोमवार (7 दिसंबर) को कन्नौज में होने वाले किसान यात्रा से पहले ही पुलिस ने अखिलेश यादव को उनके निजी आवास पर नजरबंद कर दिया था।
शायराना
अंदाज
में
सरकार
को
घेरा
समाजवादी
पार्टी
के
अध्यक्ष
और
यूपी
के
पूर्व
सीएम
अखिलेश
यादव
ने
शायराना
अंदाज
में
सरकार
को
घेरा
है।
अखिलेश
ने
बीते
दिन
लखनऊ
में
किए
गए
प्रदर्शन
की
तस्वीर
साझा
की
और
लिखा,
'अपनी
जमीं
की
खातिर,
हम
माटी
में
जा
लिपटेंगे,
वो
क्या
हमसे
निपटेंगे।'
इससे
पहले
अखिलेश
यादव
ने
किसानों
के
समर्थन
में
सोमवार
(07
दिसंबर)
से
कन्नौज
से
पदयात्रा
का
ऐलान
किया
था।
हालांकि,
कन्नौज
के
डीएम
राकेश
कुमार
मिश्र
ने
अखिलेश
यादव
के
किसान
आंदोलन
को
अनुमति
नहीं
दी
थी।
अपनी ज़मीं की ख़ातिर
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 8, 2020
हम माटी में जा लिपटेंगे
वो क्या हमसे निपटेंगे!!!#नहीं_चाहिए_भाजपा pic.twitter.com/sscqnB8hjz
अखिलेश
यादव
को
किया
गया
नजर
बंद
बता
दें,
कन्नौज
जाने
से
एक
दिन
पहले
रविवार
रात
से
को
ही
लखनऊ
में
विक्रमादित्य
मार्ग
पर
स्थित
अखिलेश
यादव
के
घर
के
बाहर
पुलिस
बल
तैनात
कर
दिया
गया।
सोमवार
को
वह
अपने
घर
के
बाहर
ही
धरने
पर
बैठ
गए
थे।
हालांकि,
अखिलेश
यादव
की
नजरबंदी
पर
पुलिस
कमिश्नर
डीके
ठाकुर
ने
कहा
कि
किसी
को
नजरबंद
नहीं
किया
गया
है।
डीएम
कन्नौज
ने
प्रस्तावित
कार्यक्रम
को
निरस्त
करने
का
आग्रह
किया
था।
इस
बाबत
डीएम
ने
सपा
के
राष्ट्रीय
अध्यक्ष
के
निजी
सचिव
को
पत्र
भी
भेजा
था।
कोविड-19
गाइडलाइंस
और
धारा
144
की
वजह
से
कार्यक्रम
निरस्त
करने
को
कहा
गया
है।
डीएम
कन्नौज
के
पत्र
की
वजह
से
अखिलेश
यादव
को
कन्नौज
जाने
से
रोका
गया
है।
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