राजस्थान : कोटा के सरकारी अस्पताल में 55 वर्षीय महिला मरीज की आंख को चूहे ने कुतरा
कोटा, 17 मई। राजस्थान के कोटा में सरकारी अस्पताल में एक महिला की आंख चूहा कुतर गया। जैसे ही यह सब कोटा अस्पताल प्रबंधन को पता चला तो हड़कंप मच गया। आनन-फानन में डॉक्टरों की एक विशेष टीम वार्ड में पहुंची और महिला की ड्रेसिंग करवाई।
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार 55 वर्षीय रूपवती बाई कोटा के सरकारी अस्पताल की स्ट्रॉक यूनिट में 45 दिन से भर्ती है। वह जीबीएस सिंड्रोम से पीड़ित है। महिला के पति देवेंद्र सिंह ने बताया लकवे का अटैक आने पर उन्होंने पत्नी को हॉस्पिटल में भर्ती करवाया था। वे न्यूरो ICU में भर्ती हैं। गर्दन नहीं हिला सकती हैं। करीब 42 दिन से वेंटिलेटर पर थीं और दो दिन पहले ही उन्हें यहां शिफ्ट किया गया है।
उनकी पत्नी के चेहरे पर कपड़ा लगा हुआ था। जब वह रोने लगी तो उन्होंने कपड़ा हटाकर देखा। तब उनके चेहरे पर खून नजर आया। देवेंद्र ने कहा कि तुरंत स्टाफ व डॉक्टर को बताया गया। डॉक्टरों ने कहा कि किसी कीड़े ने काटा होगा।
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देवेंद्र ने कहा, 'मुझे डॉक्टरों की बात पर यकीन नहीं हुआ, क्योंकि मेरी पत्नी की आंख पर घाव बड़ा था। पलक के दो टुकड़े हो गए थे। ऐसा किसी कीड़े के काटने से तो नहीं होता। हालांकि डॉक्टरों ने रात को ट्रीटमेंट कर दिया था। सुबह फिर से डॉक्टर आए और मेरी पत्नी की आंख चेक की और उसकी ड्रेसिंग की। अब डॉक्टरों का कहना है कि यह घाव चूहे के काटने से हुआ होगा।'
Roopvati Bai is a 55-year-old patient who is admitted to the stroke unit for the past 45 days. She is suffering from Guillain-Barré syndrome. Last night a rat bit her in her right eye. We will probe the incident: Dr. Samir Tondon, Deputy Superintendant, MBS Hospital, Kota pic.twitter.com/Y7AEq5FciS
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) May 17, 2022
मीडिया से बातचीत में कोटा अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. समीर टंडन का कहना है कि स्ट्रोक यूनिट में चूहा कहां से आया, इस बारे में इंचार्ज व ड्यूटी पर मौजूद कर्मियों से बात कर जांच करवाएंगे। वैसे भी जहां खाना-पीने की चीजें होती हैं। चूहे आ जाते हैं। पेशेंट के अटेंडर भी अपने साथ खाने-पीने का सामान रखते हैं। अस्पताल में चूहे तो हैं।
उनका कहना है कि हर महीने अस्पताल में पेस्टिसाइड कंट्रोल करवाते हैं। अभी भी चल रहा है। इस घटना की पूरी जांच करवाएंगे। पेस्ट कंट्रोल के बाद भी यह घटना हुई है, इसमें जिम्मेदारी हमारी और हमारे स्टाफ की है।