तीन देशों के नागरिक और 103 साल की उम्र में पहली बार भारतीय वोटर बनने वाले बुजुर्ग का निधन
तीन देशों के नागरिक रहे और भारत के सबसे बुजुर्ग वोटर माने जाने वाले असगर अली अब इस दुनिया में नहीं है। अली का 104 साल की उम्र में रविवार को निधन हो गया।
कोलकाता। तीन देशों के नागरिक होने का एक अनोखा रिकॉर्ड अपने नाम रखने वाले असगर अली की रविवार को अपने घर मशालडांगा में मौत हो गई। परिजनों ने सुबह उनको बिस्तर पर मृत पाया। असगर अली का जन्म साल 1913 में हुआ था। वह तीन देशों, भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश के नागरिक रहे और पिछली साल चुनावों में वोट डालकर भारत में पहली बार वोट डालने वाले संभवत: सबसे बुजुर्ग वोटर बने। इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, उन्होंने पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में हिस्सा लिया था।
104 साल की उम्र में दुनिया छोड़ने वाले असगर अली कूच बिहार के मशालडांगा में पैदा हुए थे। कूट बिहार पश्चिम बंगाल और बिहार की सीमा पर बसा शहर है। आजादी के बाद कूच बिहार पूर्वी पाकिस्तान का हिस्सा बना लेकिन बंटवारे में इस इलाका को थोड़ा उलझा दिया गया। इसके कुछ हिस्से भारत के पश्चिम बंगाल तो कुछ पूर्वी पाकिस्तान में चले गए। अली पूर्वी पीकिस्तान के हिस्से वाले इलाके का हिस्सा थे। 1972 में पूर्वी पाकिस्तान एक अलग देश बाग्लादेश बना तो ये इलाका बांग्लादेश का हिस्सा बन गया। दरअसल भारत के हिस्से वाले कूच बिहार की 51 बस्तियां प. बंगाल की सीमा में थी और बांग्लादेश के 111 एंक्लेव भारतीय सीमा में चले गए थे। बांग्लादेशी बस्तियां 1 अगस्त, 2015 को बांग्लादेश और भारत के बीच हुए भूमि सीमा समझौते के तहत भारत में शामिल हो गईं। इसके नतीजे में 51 बांग्लादेशी बस्तियों के कुल 14,864 लोग भारतीय नागरिक बन गए।
इसके
बाद
इन
लोगों
को
भारत
की
नागरिकता
प्रदान
की
गई
और
चुनाव
में
हिस्सा
लेने
का
अधिकार
दिया
गया।
नागरिकता
के
बाद
2016
में
103
साल
की
उम्र
में
असगर
अली
ने
पश्चिम
बंगाल
के
चुनाव
में
हिस्सा
लिया।
माना
गया
कि
100
साल
से
ज्यादा
की
उम्र
में
लपहली
बार
वोट
बनने
वाले
करने
वाले
वो
संभवत:
पहले
वोटर
थे।
असगर
अली
के
भाई
शाहजहां
ने
बताया
कि
वो
सोते
हुए
ही
इस
दुनिया
को
छोड़
गए।
उन्होंने
बताया
कि
लंबे
समय
तक
खुद
को
दो
देशों
के
बीच
पिसता
हुआ
देखने
से
दुखी
असगर
को
भारत
का
नागरिक
बन
जाने
पर
काफी
राहत
मिली
थी।
पढ़ें-
ओडिशा
में
अस्पताल
ने
नहीं
दी
एंबुलेंस,
बेटी
की
लाश
को
15
किमी
तक
पैदल
ले
गया
शख्स