Kanpur : 500 रुपए जुर्माना न भर पाने की वजह से 1 साल जेल में काटी सजा, रिहा हुआ तो आँखे हो गई नम
मात्र 500 रुपए जुर्माना न भर पाने की वजह से पिछले एक साल से दफा 25 में फहीम सजा काट रहे थे। उनके परिवार ने यह जुर्माना इसलिए नहीं भरा क्योंकि फहीम की वाकई में गलती थी और उन्हें सबक मिलना चाहिए था।
वैसे तो अपराध के रास्ते पर चलने वालों का न तो कोई ईमान होता है और न ही कोई रिश्ता, पर जब कोई व्यक्ति अपराध की तरफ अपना पहला कदम बढ़ाता है तो उसे रोकने में उसका परिवार एक अहम् भूमिका जरूर निभा सकता है। यूपी के कानपुर से सामने आए ताजा मामले में भी कुछ ऐसा ही हुआ है, जिसमे मात्र 500 रुपए जुर्माना न भर पाने की वजह से पिछले एक साल से दफा 25 में फहीम सजा काट रहे थे। उनके परिवार ने यह जुर्माना इसलिए नहीं भरा क्योंकि फहीम की वाकई में गलती थी और उन्हें सबक मिलना चाहिए था।
मात्र
500
रुपए
था
जुर्माना,
घरवालों
ने
कहा
-
"भुगतने
दो"
दरअसल,
कानपुर
के
परेड
रिजबी
रोड
निवासी
मोहम्मद
फहीम
को
एक
साल
पहले
सजा
हुई
थी।
फहीम
ने
बताया
की
मेरे
पास
अवैध
असलहा
था,
जिसको
पुलिस
ने
बरामद
करने
के
बाद
दफा
25
में
जेल
भेज
दिया
था।
जेल
जाने
के
बाद
घरवालों
ने
मेरी
गलती
को
सही
मानते
हुए
जुर्माना
नहीं
भरा
था।
जिसकी
वजह
से
एक
साल
तक
सजा
काटनी
पड़ी।
वहीं
आज
जब
फहीम
जेल
से
रिहा
हुए
तो
उन्होंने
कसम
खाई
है
कि
आगे
से
कभी
कोई
गलत
काम
नहीं
करेगा
और
हमेशा
इस
सबक
को
याद
रखेगा।
खाई
कसम,
कभी
नहीं
करूँगा
कोई
गलत
काम
बता
दें
कि
फहीम
को
जब
पता
चला
कि
उनको
रिहा
किया
जा
रहा
है
तो
उनकी
ख़ुशी
का
ठिकाना
नहीं
रहा।
फहीम
जैसे
ही
जेल
से
बाहर
निकला
तो
खुशी
के
मारे
उसके
आंसू
छलक
पड़े।
उसने
जेल
अधीक्षक
और
अन्य
कारागार
अधिकारियों
का
शुक्रिया
अदा
किया।
मीडिया
से
बातचीत
के
दौरान
फहीम
ने
कहा
कि
"मंत्री
साहब
और
मीणा
सोनी
जी
ने
हम
लोगों
को
रिहा
करवाया
है।
जेल
के
जितने
भी
अधिकारी
हैं
उन्होंने
भी
मेरी
बहुत
मदद
की
है।
मै
सभी
का
शुक्रिया
अदा
करना
चाहता
हूँ
और
सबसे
यह
वादा
करता
हूँ
कि
कभी
भी
जीवन
में
कोई
भी
ऐसा
काम
नहीं
करूँगा
जिससे
मुझे
जेल
का
मुँह
देखना
पड़े।"