पूर्व मंत्री सहित सांसद और 16 पुलिसकर्मियों की हत्या का मास्टरमाइंड है नक्सली प्रशांत बोस उर्फ बूढ़ा
रांची। झारखंड के सरायकेला के कांड्रा से गिरफ्तार नक्सलियों का थिंक टैंक और पोलित ब्यूरी सदस्य एक करोड़ का इनामी नक्सली प्रशांत बोस उर्फ बूढ़ा और उसकी पत्नी सहित शीला मरांडी सहित 6 लोगों को बीते रविवार को सरायकेला जेल भेज दिया गया। बता दें कि प्रशांत बोस एक खूंखार नक्सली था, जिसे पुलिस ने दबोच लिया है। प्रशांत पर अलग-अलग राज्यों में मिलाकर 100 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। वहीं उसकी पत्नी पर भी 15 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। दोनों पति-पत्नी ने बड़ी वारदात को अंजाम दिया है। आइए जानते हैं कैसे पुलिस के लिए खूंखार रहा प्रशांत बोस उर्फ बूढ़ा।
पू्र्व मंत्री से लेकर सांसद तक की हत्या की रची थी साजिश
पूर्वी सिंहभूम में सांसद सुनील महतो की हत्या, साल 2004 में गिरिडीह जिले में गृह रक्षा वाहिनी का शस्त्रागार लूटने और पूर्व मंत्री रमेश सिंह मुंडा की हत्याकांड में प्रशांत बोस मास्टरमाइंड था। इसके अलावा सारंडा में 16 पुलिसकर्मियों की हत्या, बिहार के जहानाबाद जिले में जेल ब्रेक, महाराष्ट्र का भीम कोरेगांव हिंसा और छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में डेढ़ दर्जन से ज्यादा जवानों की शहादत के पीछे प्रशांत बोस की ही साजिश थी।
पत्नी भी खूंखा नक्सलियों में से एक
वहीं प्रशांत बोस की पत्नी शीला मरांडी भी कुख्यात नक्सली है। साल 2001 में दिवाली मेले के दौरान धनबाद जिले के तोपचांची स्थित जैप कैंप पर उसने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर हमला कर दिया था। इस दौरान पूरे कैंप को ही ध्वस्त कर दिया था और हथियार व गोला बारूद भी लूट लिया था। बता दें कि इस हमले में 15 पुलिस अधिकारी और जवान शहीद हो गए थे।
जमानत के बाद फिर से हो गई थी सक्रिय
साल 2006 में पुलिस ने उसे पकड़ लिया था। लेकिन 2016 में जमानत पर छूटने के बाद वह फिर से संगठन में सक्रिय हो गई। सारंडा में रहते हुए उनसे नक्सलियों के नारी दस्ते के साथ मिलकर संगठन को मजबूर करने का काम किया। 2018 में वह केंद्रीय कमेटी की सदस्य बनाई गई।
100 से ज्यादा हैं मामले दर्ज
प्रशांत बोस पर झारखंड, बिहार व ओडिशा सहित कई राज्यों में 100 से अधिक मामले दर्ज हैं। झारखंड में उस पर रांची के बुंडू में एक, खूंटी के अड़की में तीन व मुरहू में एक, गुमला के चैनपुर में तीन, चाईबासा के सोनुआ में आठ, जराईकेला में छह, छाोटानागरा में एक, गोइलकेरा में सात, टोंटो में दो, टाोकलो में दो, टेबो में दो, गुवा में एक, मनोहरपुर में दो, सरायकेला के कुचाई में तीन, जमशेदपुर के चाकुलिया में तीन, हजारीबाग के इचाक में एक, विष्णुगढ़ में एक, बोकारो के महुआटांड़ में दो और चक्रधरपुर रेल थाने में एक केस दर्ज है।
प्रशांत बोस: क्या झारखंड पुलिस ने एक करोड़ के इनामी नक्सली को गिरफ़्तार किया है?