Jaunpur: लापता सपा नेता हरदोई में गौ तस्करी के आरोप में गिरफ्तार, नरेश उत्तम ने बनाया था प्रदेश सचिव
Jaunpur जिले के रहने वाले समाजवादी पार्टी के नेता शहाबुद्दीन को हरदोई पुलिस ने गौ तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया है। लापता सपा नेता के परिजनों द्वारा थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी और पुलिस खोजबीन में जुटी हुई थी। इसी बीच हरदोई पुलिस द्वारा गौ तस्करों को लेकर खुलासा किया गया जिसमें सपा नेता शहाबुद्दीन भी शामिल था। शहाबुद्दीन के साथ ही चार अन्य अभियुक्तों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है और 9 गोवंश व एक फॉर्च्यूनर भी बरामद की गई है।

गोवंशों से भरी ट्रक पलटने के बाद खुला राज
सोमवार को इस बारे में हरदोई पुलिस द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस किया गया। गौ तस्करी में पकड़े गए 5 आरोपियों को मीडिया के सामने पेश किया गया। पुलिस द्वारा बताया गया कि 30 अक्टूबर और 01 नवंबर को कासिमपुर थाना क्षेत्र के कहली गांव और मल्लावां क्षेत्र में गोवंश से भरे कंटेनर पलट गए थे। पलटे कंटेनर से गोवंश बरामद किए गए थे। पुलिस द्वारा बताया गया कि इस मामले में सीई बघौली और सर्विलांस टीम खुलासे के लिए लगाई गई थी। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने जौनपुर जिले के खुटहन थाना अंतर्गत पटैला निवासी शहाबुद्दीन उर्फ बाबू और कानपुर नगर निवासी मोहम्मद सलीम को गिरफ्तार किया।

शहाबुद्दीन के खिलाफ पहले से दर्ज हैं मुकदमे
इस घटना का खुलासा करते हुए एसपी हरदोई राजेश द्विवेदी द्वारा बताया गया कि शहाबुद्दीन काफी समय से गौ तस्करी के धंधे से जुड़ा हुआ है और एक शातिर गौ तस्कर है। शहाबुद्दीन के खिलाफ जौनपुर, प्रतापगढ़, आजमगढ़ और फतेहपुर आदि जनपदों में पशु क्रूरता अधिनियम और गैंगस्टर एक्ट के 17 मुकदमे दर्ज हैं। गिरफ्तार किए गए आने आरोपियों की आपराधिक कुंडली भी खंगाली जा रही है। एसपी द्वारा यह भी बताया गया कि कंटेनर में मवेशी लगवाने वाले को 20 से 25 दिए जाते थे, जबकि मवेशियों को अपने वाहन में लाद कर बताए गए स्थान पर ले जाने वाले को भाड़े के अलावा और 80 से 90 हजार रुपए दिए जाते थे।

तीन नवंबर को ससुराल जाने के बाद से था लापता
जानकारी अनुसार जौनपुर जिले के शाहगंज तहसील अंतर्गत खुटहन थाना क्षेत्र के पटैला गांव निवासी शहाबुद्दीन बीते 3 नवंबर को अपने घर से देवरिया स्थित अपने ससुराल में गया था। परिवार वालों की मुताबिक शहाबुद्दीन अपनी फॉर्च्यूनर (UP65 BF 2100) से ससुराल गया था। फॉर्च्यूनर को उसका ड्राइवर आदिल चला रहा था। ससुराल जाने के बाद वहां से किसी आवश्यक काम से वह निकला और लापता हो गया। काफी खोजबीन करने के बाद भी जब जानकारी नहीं मिली तो शहाबुद्दीन के भाई द्वारा गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी।

2022 में समाजवादी पार्टी से जुड़ा था शहाबुद्दीन
यह भी बताया गया कि शहाबुद्दीन इसके पहले राष्ट्रीय उलेमा काउंसिल से जुड़कर राजनीति करता था। बीते 2022 चुनाव के ठीक पहले वह राष्ट्रीय उलेमा काउंसिल छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गया। समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल द्वारा उसे पार्टी की सदस्यता दिलाई गई और प्रदेश सचिव जैसा जिम्मेदार पद सौंपा गया। यह भी बताया गया कि शाहगंज और जौनपुर क्षेत्र में शहाबुद्दीन की चर्चा गिने चुने नेताओं में की जाती रही है। फिलहाल शहाबुद्दीन से गिरफ्तार हो जाने के बाद परिजनों का कहना है कि शहाबुद्दीन को राजनीतिक षड्यंत्र का शिकार बनाया गया है।
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