3 भाई-बहन एक साथ बने अफसर, पिता ने मैकेनिक का काम करके हुमा, इफरा व सुहैल अहमद वानी को पढ़ाया
जम्मू कश्मीर प्रशासनिक सेवा परीक्षा 2021 (JKCSE) एक साथ करके असफर बने तीन बहन-भाई डोडा जिले के रहने वाले हैं। सुहैल अहमद वानी ने 111वीं, हुमा अंजुम वानी ने 117वीं और इफरा अंजुम वानी 143वीं रैंक पाई है।
Megha Gupta Topper JKPSC : जम्मू कश्मीर में तीन भाई बहनों ने इतिहास रख दिया है। जम्मू और कश्मीर लोक सेवा आयोग (JKPSC) की प्रशासनिक सेवा परीक्षा 2021 (JKAS) में तीनों भाई बहनों ने बाजी मारी है। तीनों एक साथ अफसर बने हैं। शुक्रवार को घोषित किए गए जेकेपीएससी परीक्षा परिणाम (JKCSE Result 2023) में मेघा गुप्ता ने पहला स्थान श्ररिया शर्मा ने दूसरा स्थान प्राप्त किया है।
अफसर बनने वाले भाई बहनों की जोड़ी डोडा जिले के भलेसा के रहने वाली
तीनों ने जम्मू और कश्मीर लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित प्रशासनिक सेवा परीक्षा 2021 में कामयाबी हासिल की है। एक साथ अफसर बने हैं। जम्मू-कश्मीर प्रशासनिक सेवा परीक्षा 2021 उत्तीर्ण कर अफसर बनने वाले भाई बहनों की जोड़ी डोडा जिले के भलेसा के रहने वाली है। हालांकि वर्तमान में तीनों भाई बहन हुमा अंजुम वानी, उसकी बहन इफराअंजुम वानी और भाई सुहैल अहमद वानी (Huma Anjum Wani) (Ifra Anjum Wani) (Suhail Ahmed Wani) जम्मू में रहते हैं।
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जम्मू और कश्मीर प्रशासनिक सेवा परीक्षा में 187 अभ्यर्थियों ने बाजी मारी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जम्मू और कश्मीर प्रशासनिक सेवा परीक्षा में 187 अभ्यर्थियों ने बाजी मारी है। इन्हीं में तीन भाई बहन हुमा अंजुम वानी, इफरा अंजुम वानी व सुहैल अहमद वानी भी शामिल हैं। इफरा ने फिजिक्स में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की है जबकि हुमा व सुहैल ने राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर किया है। सुहैल ने साल 2019 में एमएएम सरकारी कॉलेज से स्नातक किया था। हुमा व इफरा ने साल 2020 में इग्नू से पत्राचार के माध्यम से राजनीति विज्ञान में एमए (MA) किया है। हुमा अंजुम वानी को दूसरे प्रयास में JKCSE में कामयाबी मिली है जबकि उसकी छोटे बहन इफरा अंजुम वानी व छोटे भाई सुहैल अंजुम वानी ने पहले प्रयास में जम्मू और कश्मीर प्रशासनिक सेवा परीक्षा 2021 पास कर डाली है। इसके बाद से तीनों की सक्सेस स्टोरी देशभर में सुर्खियों में हैं।
मैकेनिक पिता ने तीनों को खूब पढ़ाया
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हुमा, सुहैल व इफरा के पिता मुनीर अहमद वानी ठेकेदार हैं। मां हाउसवाइफ हैं। पिता मुनीर पहले एक निजी कंपनी में मैकेनिक का काम करते थे। मैकेनिक का काम करते हुए उन्होंने अपने तीनों बच्चों को खूब पढ़ाया लिखायाा। तीनों भाई बहन एक ही कमरे में रहा करते थे। तीनों ने साथ साथ ही प्रशासनिक सेवा परीक्षा की तैयारी की।
इफरा अंजुम वानी, रैंक 143 जम्मू-कश्मीर प्रशासनिक सेवा परीक्षा 2021
जी न्यूज की एक खबर के अनुसार राज्य सिविल सेवा परीक्षा 2021 पास करने के बाद इफरा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि एक दिन में हम तीनों भाई बहनों की जिंदगी बदल गई। इस दिन के लिए हमने कई महीनों तैयारी की है। हमारे पास मोबाइल तक नहीं था। प्रत्येक विषय की एक ही किताब थी, जिसे हम तीनों शेयर करते थे।
हुमा अंजुम वानी, रैंक 117 , जम्मू-कश्मीर प्रशासनिक सेवा परीक्षा 2021
इफरा की बहन हुमा अंजुम वानी ने भी मीडिया से बातचीत में की। हुमा ने कहा कि हम तीनों का एक साथ जम्मू और कश्मीर प्रशासनिक सेवा परीक्षा पास की है। हमारे पास पर्याप्त पुस्तकें तक नहीं थी। ना ही कोई गाइड करने वाला। पिता ने स्कूल कॉलेज की ओर बढ़ते हमारे कदम कभी नहीं रोके और हमने भी मेहनत खूब की। नतीजा आप सबके सामने है।
सुहैल अंजुम वानी, रैंक 111 जम्मू-कश्मीर प्रशासनिक सेवा परीक्षा 2021
हुमा व इफरा नागरिक प्रशासन में जाना चाहती हैं ताकि समाज में अंतिम पंक्ति तक के व्यक्ति व परिवार तक की सेवा कर सकें। वहीं, सुहैल अंजुम वानी की इच्छा जम्मू कश्मीर पुलिस सेवा में जाने की है। ये जम्मू कश्मीर में बढ़ते ड्रग्स के खतरे के खिलाफ काम करना चाहते हैं। सुहैल कहते हैं कि प्रशासनिक सेवा में चयन होने से शक्ति के साथ-साथ जिम्मेदारी भी आती है।