'बिना कांग्रेस के कोई तीसरा मोर्चा बीजेपी से नहीं लड़ सकता'....महबूबा ने विपक्षी दलों से किया ये आह्वान
जम्मू, 22 फरवरी: जम्मू और कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि कोई भी राजनीतिक गठबंधन या तीसरा मोर्चा बिना कांग्रेस के बीजेपी से नहीं लड़ सकता। मंगलवार को उन्होंने भाजपा के खिलाफ अपनी भड़ास निकालते हुए आरोप लगाया कि 'अपनी विभाजनकारी नीतियों से यह देश के मूल बुनियाद को हिला रही है।' उन्होंने केंद्र की बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए यह भी कहा है कि विधानसभा चुनाव लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा है और जम्मू-कश्मीर में यह करवाना यहां के लोगों पर कोई एहसान करना नहीं है।

'इस
देश
में
कांग्रेस
का
कोई
विकल्प
नहीं
है'
जम्मू
इलाके
के
पांच
दिवसीय
दौरे
की
समाप्ति
पर
पीडीपी
नेता
ने
बीजेपी
के
खिलाफ
अपनी
भावनाएं
खुलकर
जाहिर
की
हैं।
उन्होंने
कहा
है
कि
बिना
कांग्रेस
के
कोई
भी
गठबंधन
या
तीसरा
मोर्चा
बीजेपी
को
हराने
में
सफल
नहीं
हो
सकता
है।
बीजेपी
के
समर्थन
से
जम्मू-कश्मीर
की
अबतक
की
आखिरी
मुख्यमंत्री
रह
चुकीं
महबूबा
ने
पिछले
70
वर्षों
के
इतिहास
को
याद
करते
हुए
कहा
है
कि
इस
राष्ट्र
के
निर्माण
में
कांग्रेस
ने
एक
अहम
भूमिका
निभाई
है
और
इस
देश
में
कांग्रेस
का
कोई
विकल्प
नहीं
है।
'बिना
कांग्रेस
के
कोई
तीसरा
मोर्चा
बीजेपी
से
नहीं
लड़
सकता'
तेलंगाना
के
मुख्यमंत्री
के
चंद्रशेखर
राव
(केसीआर)
की
ओर
से
2024
के
आम
चुनावों
के
लिए
एंटी-बीजेपी
फ्रंट
बनाने
की
रिपोर्ट
पर
प्रतिक्रिया
देते
हुए
वो
बोलीं
कि
कांग्रेस
और
दूसरी
सरकारों
ने
पिछले
सात
दशकों
में
जो
बनाया
है,
उसे
बीजेपी
बेच
रही
है,
जिसे
देशहित
में
उखाड़
फेंकने
की
जरूरत
है।
महबूबा
बोलीं-
यह
बिना
कांग्रेस
के
संभव
नहीं
है।
कोई
भी
तीसरा
मोर्चा
या
गठबंधन,
माइनस
कांग्रेस
बीजेपी
को
हरा
नहीं
सकता।
'जम्मू-कश्मीर
में
चुनाव
करवाना
एहसान
नहीं
है'
परिसीमन
प्रक्रिया
पूरी
होने
के
6
से
8
महीनों
के
भीतर
जम्मू
और
कश्मीर
में
विधानसभा
चुनाव
करवाए
जाने
वाले
केंद्रीय
गृह
मंत्री
अमित
शाह
के
बयान
पर
प्रतिक्रिया
देते
हुए
पीडीपी
अध्यक्ष
ने
कहा
कि
लोकतांत्रिक
व्यवस्था
में
चुनाव
एक
सामान्य
गतिविधि
है,
लेकिन
बीजेपी
सरकार
ऐसे
बर्ताव
कर
रही
है,
जैसे
कि
वह
चुनाव
करवाकर
जनता
पर
कोई
बड़ा
एहसान
करने
जा
रही
हो।
उन्होंने
कहा
कि
लोकतंत्र
में
चुनाव
एक
रुटीन
प्रक्रिया
है,
जो
कि
बिना
किसी
देरी
के
होनी
चाहिए।
इसे
ज्यादा
हाइप
देने
की
आवश्यकता
नहीं
है।
चुनाव
करवाकर
वह
जम्मू-कश्मीर
के
लोगों
का
कोई
फेवर
नहीं
करेंगे।
उन्होंने
परिसीमन
आयोग
की
अंतरिम
रिपोर्ट
पर
भी
सवाल
खड़े
किए
हैं।
बीजेपी
के
खिलाफ
विपक्षी
दलों
की
एकजुटता
का
आह्वान
उन्होंने
और
भी
सभी
मुद्दों
पर
बीजेपी
पर
तीखा
हमला
किया
है
और
आरोप
लगाया
है
कि
वह
देश
को
गोडसे
के
देश
में
बदलना
चाहती
है।
उन्होंने
बीजेपी
के
खिलाफ
सभी
विपक्षी
दलों
के
एकजुट
होने
का
आह्वान
करते
हुए
उसपर
ध्रुवीकरण
और
विभाजन
की
राजनीति
का
आरोप
मढ़ा
है।
उनका
यह
भी
आरोप
है
कि
बीजेपी
आरएएस
के
एजेंडा
पर
चलकर
और
संविधान
को
किनारे
रखकर
देश
की
(धर्मनिरपेक्ष)
पहचान
मिटाना
चाहती
है।
उन्होंने
बिना
नाम
लिए
हिजाब
विवाद
का
भी
जिक्र
छेड़ा
और
कहा
कि
देश
में
जो
हो
रहा
है,
उसको
लेकर
विभिन्न
देशों
ने
हमें
सलाह
देने
शुरू
कर
दिए
हैं
और
इससे
हमें
काफी
नुकसान
हो
रहा
है।