राजस्थान कांग्रेस में खुलकर सामने आई बगावत, अध्यक्ष बनने से पहले राहुल गांधी और अशोक गहलोत में घमासान
जयपुर, 26 सितंबर। कांग्रेस पार्टी में अध्यक्ष पद के चुनाव से पहले ही राहुल गांधी और अशोक गहलोत आमने-सामने हो गए हैं। राजस्थान में नए मुख्यमंत्री के फैसले के साथ ही मौजूदा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थक विधायकों ने बगावत कर दी है। नए मुख्यमंत्री के फैसले को लेकर रविवार को विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी। कांग्रेस हाईकमान ने अजय माकन और मलिकार्जुन खड़गे को विधायकों से रायशुमारी करने के लिए जयपुर भेजा गया था। लेकिन कांग्रेस विधायकों ने अपनी ही पार्टी से बगावत कर ली है। इसके बाद राजस्थान में सियासी संकट के हालात पैदा हो गए हैं। वही अशोक गहलोत और राहुल गांधी के बीच घमासान होने की तस्वीर साफ हो गई है। राजस्थान में नए मुख्यमंत्री को लेकर कांग्रेस हाईकोर्ट के मूड में आ गया है। चर्चा है कि बगावत के सुर बुलंद करने वाले गहलोत सरकार के मंत्री शांति धारीवाल और महेश जोशी के खिलाफ पार्टी अनुशासनात्मक कार्रवाई कर सकती है।
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कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की दावेदारी पर भी दिखेगा
राजस्थान में चल रहे सियासी संकट का असर कांग्रेस के अध्यक्ष पद के चुनाव पर भी दिखेगा। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अध्यक्ष पद के दावेदार हैं। कांग्रेस में 17 अक्टूबर को अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होने हैं। गहलोत ने अभी तक नामांकन भी नहीं भरा था। उससे पहले मुख्यमंत्री के फेरबदल चर्चा शुरू हो गई। कांग्रेस हाईकमान ने मुख्यमंत्री बदलने के लिए पर्यवेक्षक भेज दिए और विधायक दल की बैठक बुला ली। इससे नाराज गहलोत समर्थक विधायकों ने पार्टी से बगावत कर ली। अशोक गहलोत के समर्थक विधायकों की बगावत का असर कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में नजर आएगा।
सचिन पायलट को सीएम बनाना चाहते हैं राहुल गांधी
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी सचिन पायलट को राजस्थान का मुख्यमंत्री बनवाना चाहते हैं। इसी को लेकर रविवार को विधायक दल की बैठक आहूत की गई थी। राजस्थान के विधानसभा चुनाव 2018 में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद कांग्रेस हाईकमान ने अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री बनाया था। इसे लेकर पायलट और उनके समर्थकों में नाराजगी थी। सचिन पायलट समर्थक विधायकों का दावा था कि राजस्थान में पायलट की मेहनत से ही कांग्रेस की सरकार बनी। साल 2020 में सचिन पायलट ने अपनी ही सरकार से बगावत कर ली थी। पार्टी आलाकमान की समझाइश के बाद सचिन पार्टी में वापस लौट आए। लेकिन राजस्थान में कांग्रेस की राजनीतिक गुटबाजी की भेंट चढ़ गई। अब कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव होने हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष पद के दावेदार हैं। ऐसे में राहुल गांधी सचिन पायलट को राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं।
अशोक गहलोत ने अभी तक नामांकन भी नहीं भरा था
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस में अध्यक्ष पद के दावेदार हैं। राजस्थान में नए सीएम की नियुक्ति के लिए कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाने का फैसला चौंकाने वाला था। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए भी अपना नामांकन भी दाखिल नहीं किया था। अपने बराबर के कद के नेता के लिए राहुल का यह फैसला शर्मिंदा करने वाला था। जो आने वाले दिनों में पार्टी के अध्यक्ष हो सकते हैं। अशोक गहलोत खेमे के सूत्रों का दावा है कि सचिन पायलट विधायकों को कॉल कर रहे थे और कह रहे थे कि वे विधायक दल की नेता चुने जाएंगे। यह सारा घटनाक्रम गहलोत के नामांकन भरने से पहले ही चल रहा था। इसे लेकर कांग्रेस विधायकों में नाराजगी है।