IAS के बेटे की प्रेमिका ने फैलाया हनी ट्रैप का जाल, जयपुर का व्यापारी फंसा तो 5 लाख में हुआ ये सौदा
जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में हनी ट्रैप का मामला सामने आया है। एक आइएएस के बेटे और उसकी प्रेमिका के जाल में व्यापारी फंसा तो दोनों ने उससे पांच लाख में डील की। आधी राशि ढाई लाख रुपए सौदा करते समय ले भी ली। जांच के बाद पुलिस ने छात्रा को गिरफ्तार कर जेल भिजवाया है।
छात्रा गिरफ्तार, प्रेमी फरार
जयपुर के महेश नगर थाना पुलिस के अनुसार एक व्यापारी के खिलाफ रेप का मामला दर्ज करवाकर उसे ब्लैकमेल करने के आरोप में बुधवार को छात्रा को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, मामले में छात्रा का प्रेमी शक्तिसिंह भी आरोपी है। वह आइएएस का बेटा बताया जा रहा है। फिलहाल फरार है।
बीडीएस की पढ़ाई कर रही है रेवाड़ी की छात्रा
महेश नगर थाना प्रभारी बालाराम ने बताया कि गिरफ्तार छात्रा प्रगति चौधरी जयपुर में अजमेर रोड स्थित एक कॉलेज से बीडीएस की पढ़ाई कर रही है और रेवाड़ी की रहने वाली है। छात्रा ने महेश नगर थाने में दस दिसंबर 2019 को व्यापारी के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था। व्यापारी ने भी छात्रा के खिलाफ एक्सटोर्सन तथा धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था।
164 के बयान बदलने का सौदा
छात्रा ने व्यापारी के खिलाफ दस दिसंबर को दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया। इसके बाद छात्रा और उसके बॉयफ्रेंड ने व्यापारी से पांच लाख रुपए में अपना बयान बदलने का समझौता कर लिया। इसके लिए बाकायदा छात्रा ने एग्रीमेंट भी किया, जिसमें लिखा कि अगर व्यापारी छात्रा को पांच लाख रुपए देता है तो छात्रा मजिस्ट्रेट के सामने 164 के बयान व्यापारी के पक्ष में देगी। पांच लाख रुपए में से ढाई लाख रुपए बयानों से पूर्व तथा शेष राशि बयानों के बाद दी जाएगी।
वाट्सएप कॉल कर रुपए मांगने लगे
छात्रा ने ढाई लाख रुपए एग्रीमेंट करने के दिन 16 दिसंबर काे ही ले लिए। साथ ही तय हुआ कि पांच लाख रुपए लेने के बाद छात्रा जांच अधिकारी के सामने भी प्रार्थना पत्र देगी कि दर्ज कराए गए मामले में किसी तरह की कारवाई नहीं चाहते। एग्रीमेंट के बाद छात्रा और उसका बॉयफ्रेंड व्यापारी और उसकी पत्नी को वाट्सएप कॉल कर रुपए मांगने लगे, जिसे पीड़ित ने दूसरे मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया। साथ ही बॉयफ्रेंड की ओर से रुपए मांगने का मैसेज भी व्यापारी को भेजा गया। जांच के बाद पुलिस ने छात्रा को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से छात्रा को जेल भेज दिया।