Churu : राजस्थान में संपत नेहरा व प्रदीप स्वामी गैंग के बीच फायरिंग, 2 ग्रामीणों समेत 4 लोगों की हत्या
राजस्थान के गांव ढाणी मौजी में ताबड़तोड़ फायरिंग, प्रदीप जेतपुरा समेत चार की हत्या
चूरू। राजस्थान के चूरू जिले से बड़ी खबर है। यहां पर शुक्रवार को बदमाशों की दो गैंग में गैंगवार हुई है। फायरिंग में चार लोगों की मौत हो जाने की बात सामने आ रही है। मृतकों में दो ग्रामीण भी बताए जा रहे हैं। सात लोगों के घायल होने की खबर है। जानकारी के अनुसार चूरू जिले के हमीरवास पुलिस थाना इलाके के गांव ढाणी मौजी में प्रदीप जेतपुरा और उनके साथियों पर गोलियां चलाई गई हैं। आशंका है कि वारदात को संपत नेहरा गैंग ने अंजाम दिया है।
Churu Gangwar : प्रदीप स्वामी समेत 4 की हत्या की इनसाइड स्टोरी, क्यों याद आया अजय जैतपुरा हत्याकांड?
तीन साल पहले अजय जैतपुरा का मर्डर
इसके पीछे तर्क यह दिया जा रहा है कि 17 जनवरी 2018 को संपत नेहरा गैंग ने हिस्ट्रीशीट अजय जैतपुरा की हत्या कर दी थी। इसके बाद प्रदीप को भी संपत नेहरा गैंग द्वारा जान से मारने की धमकियां मिल रही थी। प्रदीप ने साथी अजय जैतपुरा की हत्या का मामला दर्ज करवाया था।
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
जानकारी के अनुसार शाम चार बजे गांव ढाणी मौजी में प्रदीप स्वामी, निहाल सिंह, ईश्वर नाई आदि ताश खेल रहे थे। अचानक संपत नेहरा की गैंग वहां पहुंची और ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी, जिसमें दो ग्रामीणों के भी मारे जाने की आशंका है जबकि दोनों गैंग के एक-एक व्यक्ति की हत्या होना बताया जा रहा है।
ग्रामीणों के कब्जे में हैं शव
यह खबर सामने आ रही है कि चूरू जिले के गांव ढाणी मौजी में फायरिंग के बाद चार लोगों की मौत के बाद ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा और ग्रामीणों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। ग्रामीणों ने मौके पर पहुंची हमीरवास पुलिस को शव नहीं उठाने दिए। संपत नेहरा व प्रदीप स्वामी की गैंग के बीच गोलियां चलने के बाद ग्रामीण पूरे हमीरवास पुलिस थाने को सस्पेंड करने, आरोपियों को पकड़ने और मृतकों के परिजनों को सरकारी नौकरी व मुआवजा की मांग कर रहे हैं।
हमीरवास पुलिस पर मिलीभगत का आरोप
ग्रामीणों ने हमीरवास पुलिस पर मिलीभगत के आरोप लगाए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि गांव ढाणी मौजी हमीरवास पुलिस थाने से महज नौ किलोमीटर दूर है। शुक्रवार शाम को फायरिंग की घटना के तुरंत बाद पुलिस को सूचना दे दी गई थी, मगर पुलिस ने थाने से नौ किलोमीटर दूर गांव में पहुंचने में डेढ़ घंटे का वक्त लग गया। ऐसे में ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस की शह पर अपराध बढ़ रहे हैं।