Madhya pradesh; आर्मी के ट्रेनी कैप्टन की पेड़ में फंसी मिली लाश, भीषण बाढ़ में बह गई थी कार
जबलपुर, 18 अगस्त: कर्नाटक का रहने वाले लापता आर्मी के ट्रेनी कैप्टन का शव मिल गया है। वह पिछले तीन दिनों से लापता थे। मृतक निर्मल शिवराजन की पत्नी लेफ्टिनेंट गोपीचंदा जबलपुर में पदस्थ हैं। छुट्टी पर वह पत्नी से मिलने के बाद 15 अगस्त को पचमढ़ी आर्मी एजुकेशन सेंटर निकले थे। लेकिन वह अगले दिन तक वहां नहीं पहुंचे। लापता कैप्टन की कार एमपी के नर्मदापुरम जिले में बाढ़ में उफनाए नाले के पास मिली थी। शव नदी से दो किलोमीटर दूर पेड़ में फंसा हुआ मिला।
करीब 3 महीने पहले हुई थी निर्मल की शादी
लगभग 32 वर्षीय मृतक निर्मल शिवराजन कर्नाटक के रहने वाले थे। लगभग तीन महीने पहले उनकी लेफ्टिनेंट गोपीचंदा से शादी हुई। उनकी पत्नी जबलपुर में पदस्थ है और पचमढ़ी आर्मी एजुकेशन सेंटर में वह ट्रेनिंग ले रहे थे। बताया जा रहा है कि छुट्टी पर निर्मल अपनी पत्नी से मिलने 13 अगस्त को जबलपुर आए थे। दो दिन यहां रुकने के बाद 15 अगस्त की दोपहर कार से पचमढ़ी के लिए रवाना हुए। लेकिन उसकी अगली सुबह तक वह अपने ट्रेनिंग सेंटर नहीं पहुंचे।
पत्नी को फोन पर बताया था रूट
पत्नी गोपीचंदा से हुई पुलिस पूछताछ के मुताबिक निर्मल ने रात लगभग आठ बजे पत्नी से आखिरी बार बात की थी। जिसमें उन्होंने रास्ते में भीषण बाढ़ का जिक्र करते हुए रूट बदलने की बात बताई थी। निर्मल ने पत्नी को बताया था कि पिपरिया वाले मार्ग पर पुल क्षतिग्रस्त है, इसलिए बाड़ी बरेली के रास्ते पचमढ़ी जा रहे है। फोन पर यह भी बताया था कि बारिश के कारण पहुंचने में देरी भी हो सकती है।
आखिरी लोकेशन बाढ़ग्रस्त नदी के नजदीक थी
पचमढ़ी आर्मी एजुकेशन सेंटर के कर्नल राजेश पाटिल ने पुलिस में निर्मल की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने जब लापता ट्रेनी कैप्टन के मोबाइल की लोकेशन खंगाली तो आखिरी लोकेशन नर्मदापुरम जिले के नसीराबाद रोड बछवाड़ा नदी के नजदीक की मिली। जिसके बाद मौके पर पुलिस टीम पहुंची तो उनकी कार नदी से नजदीक एक नाले में मिली। यहां से दो किलोमीटर दूर ही नर्मदा नदी भी है। जिसका जलस्तर बढ़ा हुआ है। उसके बैक वाटर से नाला और नदी उफना गए। आशंका यही थी कि निर्मल इसी बाढ़ हादसे का शिकार हुआ होगा।
तीन दिन बाद पेड़ में फंसा मिला शव
गुरूवार तक नदी का जल स्तर जब कम हुआ तो घटना स्थल से दो किलोमीटर दूर गोतोखोरो ने पेड़ पर कुछ फंसा हुआ दिखा। जब नजदीक पहुँचे तो उसमें लाश फंसी थी। जिसके बाद उसे निकलवाकर शिनाख्त करवाई गई तो पहचान निर्मल शिवराजन के रूप में हुई।
SDRF की टीम ने खंगाली पूरी नदी
जिस पुल के नजदीक कार मिली है, उस पर दस फीट ऊपर पानी था और नदी भी लगभग 40-45 फीट गहरी है। पानी के बहाव वाले स्थान पर SDRF की कई टीमें निर्मल को खोज रही थी। पानी का बहाव तेज होने की वजह से रेस्क्यू में भी कई तरह की परेशानियां आई। खोजबीन में जुटे गोताखोर बुधवार की देर रात तक कई कई किलोमीटर निर्मल की तलाश की लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी।
पिपरिया और बाड़ी बरेली दोनों मार्ग के CCTV फुटेज
मामला आर्मी के अधिकारी से जुड़ा होने की वजह से पुलिस के लिए निर्मल की तलाश चुनौती बनी थी। पुलिस ने पचमढ़ी पहुंचने के पिपरिया और बाड़ी बरेली दोनों रास्तों के CCTV फुटेज जुटाए। जिसमें रायसेन बाड़ी के नजदीक टोल प्लाजा से रात पौने आठ बजे निर्मल की कार गुजरी थी। आखिरी मोबाइल लोकेशन बछवाड़ा गांव की मिली, जहां से पत्नी को कॉल किया गया था।
पत्नी सदमे में, कर्नाटक से पहुंचे परिजन
निर्मल की पत्नी गोपीचंदा पति के लापता होने से गहरे सदमे में है। गोपीचंदा का रो-रोकर बुरा हाल है। वही परिजनों को जब इस घटना की खबर लगी तो कर्नाटक से वे एमपी पहुँच गए है। आर्मी के अधिकारी भी अपने स्तर पर निर्मल की तलाश में जुटे रहे। पुलिस विभाग की अब तक की जांच में यही बात सामने आई कि निर्मल बाढ़ हादसे का शिकार हुए।
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